महाराष्ट्र के तटवर्ती जिले सिंधुदुर्ग में बने चिपि हवाई अड्डे का शनिवार को उद्घाटन किया गया और इस कार्यक्रम में एक दूसरे के धुर विरोधी राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे एक साथ मंच साझा करते नजर आए, लेकिन इस मौके पर भी दोनों ने एक दूसरे पर निशाना साधा। यह पहली बार है जब दोनों नेता राणे के 16 साल पहले शिवसेना छोड़ने के बाद एक साथ मंच पर आए हैं। पहले दोनों शिवसेना में साथ थे, लेकिन राणे के पार्टी छोड़ने के बाद शिवसेना अध्यक्ष ठाकरे से उनके रिश्तों में तल्खी आ गई। मुख्यमंत्री के खिलाफ आपत्तिजन टिप्पणी को लेकर राणे की गिरफ्तारी की पृष्ठभूमि के बीच दोनों नेताओं ने मंच साझा किया।
राणे ने गिनाए अपने काम
सिंधुदुर्ग से आने वाले राणे ने कार्यक्रम में उन कामों की चर्चा की जिन्हें वर्ष 1990 में पहली बार उनके यहां से विधायक चुने के बाद किया गया है। राणे ने कहा कि शिवसेना संस्थापक (उद्धव ठाकरे के पिता) दिवंगत बाल ठाकरे के निर्देश पर जब उन्हें जिले का प्रभारी बनाया गया तब यहां अच्छी सड़क नहीं थी, पानी और शिक्षा की उचित व्यवस्था इलाके में नहीं थी।
विकास के लिए लिया श्रेय
राणे ने दावा किया कि वर्ष 1995 में शिवसेना-भाजपा की गठबंधन सरकार के सत्ता में आने के बाद उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर जोशी को सिंधुदुर्ग जिले को ”पर्यटन जिला” घोषित करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, ”इसके बाद सड़क, बिजली, शिक्षा, पानी और स्वास्थ्य सेवा जैसी मूलभूत सुविधाओं पर काम किया गया। मौजूदा इन्फ्रास्ट्रक्चर नारायण राणे की वजह से है और इसका कोई मुकाबला नहीं कर सकता।”
सबकुछ बालासाहेब से सीखा है: राणे
राणे ने दावा किया कहा, ” जनता जानती है कि किसने काम किया। उद्धव जी, मैंने सबकुछ साहेब (बाल ठाकरे) से सीखा।” उन्होंने दावा किया कि आज भी चिपि के पास पानी या बिजली के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध नहीं है और यहां तक हवाई अड्डे के लिए उचित सड़क नहीं है। उद्धव ठाकरे पर तीखा हमला करते हुए राणे ने कहा कि दिवंगत शिवसेना सुप्रीमो झूठ से नफरत करते थे और झूठ बोलने वालों की परवाह नहीं करते थे।
उद्धव ठाकरे का जवाब
राणे के तंज पर पलटवार करते हुए ठाकरे ने कहा,”बाला साहेब झूठ पंसद नहीं करते थे। इसलिए कई बार ऐसे लोगों को शिवसेना से बाहर निकाला। बाला साहेब ठाकरे कहते थे कि अगर झूठ कड़वा भी हो तो उसे कह देना चाहिए।” कोंकण क्षेत्र में इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास के सभी काम राणे द्वारा कराए जाने की टिप्पणी का संभवत: संदर्भ देते हुए ठाकरे ने कहा, ”मेरी जानकारी के मुताबिक सिंधुदुर्ग के किले का निर्माण (शिवाजी) महाराज ने किया था और हो सकता है कि कोई कहे कि इसे मैंने बनाया था।”
ठाकरे ने कहा कि इस तथ्य पर भी मंथन करना चाहिए कि इस हवाई अड्डे को बनने में क्यों इतना समय लगा। उन्होंने कहा, ”कुछ लोगों ने कहा था कि कोंकण को कैलिफोर्निया में बदल दिया जाएगा लेकिन ऐसा अबतक क्या नहीं हुआ।” मुख्यमंत्री ने इसके बाद राणे के मंत्रालय को लेकर निशाना साधा। राणे सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, ”आप (राणे) मंत्री हैं। इसलिए अगर यह सूक्ष्म और लघु है तो क्या हुआ, यह अहम मंत्रालय है और आपको इसका इस्तेमाल महाराष्ट्र के लाभ के लिए करना चाहिए।” उन्होंने कहा कि चिपि में हेलीपोर्ट होना चाहिए जिसका इस्तेमाल पर्यटन के लिए किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह कभी राजनीति को कार्य से नहीं मिलाते और जब राणे ने उनसे सिंधुदुर्ग जिले में चिकित्सा महाविद्यालय के लिए धन आवंटन हेतु संपर्क किया तो तुंरत उनके प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।