महाराष्ट्र की सियासत में बीते कुछ वक्त से इस बात के कयास लग रहे थे कि महाविकास अघाड़ी की सरकार को बचाने के लिए उद्धव ठाकरे ने देवेंद्र फडणवीस से बात की थी। अब इस पर शिवसेना की ओर से बयान है और उसने ऐसी किसी भी बात से इनकार किया है। शिवसेना के प्रवक्ता हर्षल प्रधान ने कहा, ‘महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने देवेंद्र फडणवीस को सरकार बचाने के लिए कॉल किया था। ऐसी खबरें गलत हैं और सिर्फ लोगों को भ्रमित करने के लिए हैं। उद्धव ठाकरे जो भी बोलते हैं, खुलकर जनता के सामने ही कहते हैं।’
इससे पहले सूत्रों के हवाले से दावा किया जा रहा था कि शिवसेना और सरकार पर आए संकट के बीच उद्धव ठाकरे भाजपा नेताओं के संपर्क में हैं। यह भी कहा गया था कि उद्धव ठाकरे ने भाजपा नेताओं से बातचीत में एनसीपी और कांग्रेस को छोड़ने के विकल्प पर भी चर्चा हुई है। इससे पहले सोमवार को यह खबर आई थी कि उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद 22 जून को शाम 5 बजे सीएम पद से इस्तीफा देने का फैसला कर लिया था। लेकिन गठबंधन सहयोगियों की ओर से उन्हें इसके लिए समझाया गया और वह पीछे हट गए।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से सोमवार को एकनाथ शिंद गुट के बागी 15 विधायकों को मिले अयोग्यता के नोटिस का जवाब देने की अवधि 12 जुलाई तक बढ़ा दी है। इससे भाजपा और एकनाथ शिंदे गुट में उत्साह का माहौल है। देवेंद्र फडणवीस के आवास पर कल शाम को भाजपा की कोर कमेटी की मीटिंग हुई थी और अब वह दिल्ली पहुंचे हैं, जहां वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करने वाले हैं। इस बीच एकनाथ शिंदे भी आक्रामक हैं और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से कूल नजर आ रहे हैं। उनका कहना है कि वह जल्दी ही मुंबई पहुंचने वाले हैं। उन्होंने एक बार फिर से दावा किया कि उनके पास 48 विधायक हैं।