शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र विधानसभा में अपनी सरकार का बहुमत साबित कर दिया है। इस बीच उद्धव ठाकरे ने बागी विधायकों और भाजपा को मध्यावधि चुनाव में उतरने की चुनौती दी है। सोमवार को पार्टी के नेताओं के साथ मीटिंग के दौरान उद्धव ठाकरे ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि भाजपा ने शिवसेना को खत्म करने की साजिश रची है। उन्होंने कहा कि मेरी चुनौती है कि यदि इन लोगों में हिम्मत है तो फिर मध्यावधि चुनाव में उतरें। पार्टी के जिलाध्यक्षों की मीटिंग में कहा कि जिस तरह से विधानसभा का संचालन हो रहा है, वह संविधान का उल्लंघन है।
शिवसेना की ओर से जारी बयान के मुताबिक उद्धव ठाकरे ने जिलाध्यक्षों से कहा कि यदि वे लड़ाई को जारी रखना चाहते हैं तो हमारे साथ बने रहें। उन्होंने कहा कि भाजपा हमारी पार्टी को खत्म करने के प्रयास कर रही है। उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘यह भाजपा की साजिश है कि शिवसेना को समाप्त कर दिया जाए। मैं आपको चुनौती देता हूं कि मध्यावधि चुनाव का सामना करें। इन सभी खेलों को छोड़कर हम जनता की अदालत में जाएंगे। यदि हम गलत होंगे तो फिर लोग हमें घर भेज देंगे। यदि भाजपा और शिंदे ग्रुप के लोग गलत होंगे तो फिर उन्हें घर लौट जाना होगा।’
उन्होंने कहा कि संविधान के जानकारों को बताना चाहिए कि क्या विधानसभा जिस तरह से चल रही है, वह संविधान के मुताबिक है। उन्होंने कहा कि जो घटनाक्रम हो रहा है, वह सत्ता को हासिल करने के लिए धोखा देने वाला है। बता दें कि एकनाथ शिंदे पिछले महीने करीब 40 शिवसेना विधायकों के साथ सूरत चले गए थे। उसके बाद वह उन विधायकों संग गुवाहाटी में ठहरे थे और फिर फ्लोर टेस्ट की मंजूरी मिलने के बाद वह मुंबई लौटे और सीएम पद की शपथ ली। यही नहीं रविवार को विधानसभा में स्पीकर के चुनाव और सोमवार को बहुमत परीक्षण से पहले इन सभी विधायकों को उन्होंने वापस बुलाया था।