शिवसेना के मुखिया और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के साथ गठबंधन के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसेना के एक हिंदुत्ववादी पार्टी है। उन्होंने इसे बीजेपी की ओर से शिवसेना को बदनाम करने की साजिश बताया। शिवसेना महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (MVA) सरकार का नेतृत्व करती है।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शिवसेना सांसदों और अन्य पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए ठाकरे ने असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाले एआईएमआईएम को भाजपा की ‘बी’ टीम करार दिया। इसके साथ-साथ उन्होंने हिंदुत्व और अन्य मुद्दों को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा। इस दौरान ठाकरे ने वीडी सावरकर पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के कथित बयानों और मुस्लिम बहुल इलाकों में ‘शाखा’ स्थापित करने के संघ के कथित कदम का भी जिक्र किया।
ठाकरे ने कहा कि शिवसेना कभी एआईएमआईएम के साथ गठबंधन नहीं करेगी, जो कि बीजेपी की बी टीम है। बीजेपी हिंदुत्व का इस्तेमाल सिर्फ राजनीतिक फायदे के लिए कर रही है। ठाकरे ने पूछा कि किसने एआईएमआईएम के साथ गठबंधन की मांग की है? यह एक गेम प्लान और बीजेपी की साजिश है। एआईएमआईएम और बीजेपी के बीच अंडरस्टैडिंग है। बीजेपी ने एआईएमआईएम को शिवसेना को बदनाम करने, शिवसेना के हिंदुत्व पर सवाल उठाने का निर्देश दिया है। जिसकी वजह से एआईएमआईएम नेता गठबंधन की पेशकश कर रहे हैं।
शनिवार को, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के सांसद इम्तियाज जलील ने यह कहते हुए राजनीतिक हलचल पैदा कर दी कि उनकी पार्टी शिवसेना के नेतृत्व वाले एमवीए के साथ गठबंधन कर सकती है ताकि भाजपा को सत्ता में आने से रोका जा सके।
ठाकरे ने कहा कि शिवसेना ने भाजपा से नाता तोड़ा, लेकिन हिंदुत्व से नहीं। उन्होंने बीजेपी पर राजनीतिक फायदे के लिए हिंदुत्व का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘हम हिंदुत्व के लिए राजनीति करते हैं। वे केवल राजनीति के लिए हिंदुत्व का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह उनके और हमारे बीच मुख्य अंतर है।’