महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने रविवार को कहा कि कुछ लोग राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने के लिए माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने मुंबई में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने की घोषणा के सिलसिले में निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा की गिरफ्तारी को भी उचित बताया।
राणा दंपती की योजना से नाराज शिवसेना कार्यकर्ताओं ने शनिवार को उनके खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया। बाद में दोनों को अलग-अलग समुदायों के बीच दुश्मनी पैदा करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया था। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को कहा कि महाराष्ट्र के लोगों को लगता है कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू किया जाना चाहिए।
हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि बीजेपी महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग नहीं करेगी, लेकिन बीजेपी नेता एवं केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने कहा कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करना चाहिए, क्योंकि शिवसेना के नेतृत्व वाली महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार कानून-व्यवस्था बनाए रखने में नाकाम रही है।
बीजेपी नेता किरीट सोमैया पर शनिवार को मुंबई में खार थाने के बाहर हुए कथित हमले और राणा दंपती की तरफ खाली बोतलें फेंके जाने के बारे में पूछे जाने पर वलसे पाटिल ने कहा, ‘पुलिस को अलग-अलग आदेश देने की जरूरत नहीं है, वह अपना काम अच्छी तरह से जानती है। किरीट सोमैया की गाड़ी पर पथराव किसने किया और राणा दंपती की तरफ बोतलें किसने फेंकी, इसकी भी जांच की जा रही है।’
उन्होंने कहा, कल हनुमान चालीसा के नाम पर हंगामा हुआ। पुलिस ने उचित कार्रवाई करते हुए राणा दंपती को गिरफ्तार कर लिया। अधिकारी दोनों घटनाओं में कार्रवाई करेंगे। कल जो घटना हुई, वह दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन सभी को समझना और सहयोग करना चाहिए।