महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से समान नागरिक संहिता जल्द से जल्द लाने और जनसंख्या नियंत्रण पर एक कानून लाने का आग्रह किया। अपनी अयोध्या यात्रा रद्द करने के बाद आयोजित पुणे में एक रैली में राज ठाकरे ने कहा कि औरंगाबाद का नाम बदलकर शंभाजीनगर किया जाना चाहिए।
अपनी अयोध्या यात्रा के बारे में बात करते हुए राज ठाकरे ने कहा कि उनके लिए उन लोगों ने एक जाल बिछाया, जो उनके लाउडस्पीकर के विरोध को पसंद नहीं करते थे। राज ठाकरे ने कहा, “लेकिन मैं इस जाल में नहीं फंसा क्योंकि मैं नहीं चाहता था कि मेरे मनसे के कार्यकर्ता जेल जाएं।”
ठाकरे ने कहा, ”मैंने दो दिन पहले अपनी अयोध्या यात्रा स्थगित करने के बारे में ट्वीट किया था। मैंने जानबूझकर बयान दिया ताकि सभी को अपनी प्रतिक्रिया देने का मौका मिल सके। जो लोग मेरी अयोध्या यात्रा के खिलाफ थे, वे मुझे फंसाने की कोशिश कर रहे थे। मैंने इस विवाद में नहीं पड़ने का फैसला किया।”
इसके अलावा मनसे चीफ राज ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से देश में जल्द ही समान नागिरक संहिता लागू करने की अपील की। उन्होंने कहा, ”मैं प्रधानमंत्री से अनुरोध करता हूं कि जल्द से जल्द समान नागरिक संहिता लाए, जनसंख्या नियंत्रण पर भी कानून लाए और औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर कर दिया जाए।”
एमएनएस चीफ ने कहा, ”जब मैंने अपने कार्यकर्ताओं को लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा बजाने के लिए कहा तो राणा दंपत्ति (रवि और नवनीत राणा) ने कहा कि वे मातोश्री में हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। क्या मातोश्री एक मस्जिद है? बाद में शिवसैनिकों और राणा दंपत्ति के बीच क्या हुआ, सभी जानते हैं।”