महाराष्ट्र में गठबंधन की महाविकास अघाड़ी सरकार को अभी दो साल भी पूरे नहीं हुए कि अब अगले साल होने वाले मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनाव 2022 को लेकर शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी में तनाव बढ़ता जा रहा है। बीएमसी चुनाव को लेकर कांग्रेस और शिवसेना के बीच इन दिनों फूट पड़ता दिखाई दे रहा है। शिवसेना प्रमुख और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस पर इशारों में निशाना साधते हुए कहा कि अगर कोई अकेले चुनाव लड़ता है तो जनता उसे चप्पल मारेगी। वहीं शिवसेना के ही सांसद संजय राउत का कहना है कि कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ना चाहती है तो लड़ सकती है।
शिवसेना नेताओं की इस बयानबाजी पर कांग्रेस की तरफ से भी प्रतिक्रिया सामने आ रही है।
सीएम उद्धव ठाकरे के चप्पल वाले बयान पर पलटवार करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि अब तो यह जनता ही तय करेगी। वहीं मुंबई कांग्रेस के चीफ भाई जगताप ने कहा कि मुंबई कांग्रेस प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालने के पहले दिन से मैं कह रहा हूं कि कांग्रेस (बीएमसी की) सभी 227 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी, यह पहली बार नहीं होगा।
भाई जगताप ने आगे कहा, ‘1999 से 2014 के बीच, हमने एनसीपी, समाजवादी पार्टी और आरपीआई के साथ सत्ता साझा की, लेकिन बीएमसी चुनाव अलग-अलग लड़े।’ बता दें कि बीएमसी चुनाव अगले साल होना है, अगर कांग्रेस सहयोगी पार्टियों संग चुनाव लड़ने के राजी भी हो जाती है तो सीटों के बंटवारे को लेकर महाविकास अघाड़ी सरकार की सहयोगी पार्टियों में विवाद हो सकता है। इसे लेकर तीनों ही दलों में बगावत हो सकता है जिसका फायदा निश्चित रूप से बीजेपी को होगा। हालांकि एनसीपी को इन सब से ज्यादा दिक्कत होने वाली नहीं है, लेकिन कांग्रेस को मुश्किल आ सकती है।
Edited By : Rahanur Amin Lashkar