देश की आर्थिक राजधानी मुंबई (Mumbai) के कांदिवली (Kandivali) स्थित हीरानंदानी हाउसिंग सोसाइटी (Hiranadani Housing Society) के निवासियों ने आरोप लगाया है कि उन्हें वैक्सीनेशन अभियान के दौरान डुप्लिकेट वैक्सीन लगाई गई है. बताया जा रहा है कि 18-44 आयु वर्ग के 390 लोगों को वैक्सीन की खुराक दी गई. इस संबंध में सोसाइटी निवासियों की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर दो लोगों को हिरासत में लिया है.
निवासियों के अनुसार, एक व्यक्ति ने कोकिलाबेन धीरुभाई अंबानी हॉस्पिटल (Kokilaben Dhirubhai Ambani Hospital) से होने का दावा करते हुए हाउसिंग सोसाइटी से संपर्क किया और कहा कि उसने कॉरपोरेट घरानों और कॉलेजों के लिए कुछ वैक्सीनेशन अभियान चलाए हैं.
जिसके कारण सोसाइटी ने उसे अपने निवासियों के वैक्सीनेशन ड्राइव का काम सौंप दिया. हालांकि कोकिलाबेन अस्पताल ने ऐसे किसी आउटडोर वैक्सीनेशन ड्राइव करने की बात से इनकार कर दिया है.
सोसाइटी के निवासियों ने बताया कि जिस तरह से वैक्सीनेशन का काम किया गया था वह शुरू से ही गड़बड़ लग रहा था क्योंकि उनने डिटेल्स ठीक से नहीं लिए गए और वैक्सीन लगा दी गई. वैक्सीनेशन के लिए किसी के आधार कार्ड आदि से संबंधित जानकारियां ऑनलाइन दर्ज करने के बजाय मैन्युअल रूप से ली गई. साथ ही वैक्सीन लगने के बाद कोई स्लिप भी नहीं दी गई थी. इतना ही नहीं वैक्सीन लेने वाले लोगों में से किसी को भी कोई भी साइड इफेक्ट नहीं हुआ.
कुछ दिनों के बाद उन्हें वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट दिए गए और वे भी अलग-अलग तारीखों के विभिन्न अस्पतालों के थे. जिसके बाद लोगों को ठगे जाने का अहसास हुआ. पुलिस ने प्राथमिक जांच में पाया है कि हीरानंदानी सोसाइटी ने भी इस वैक्सीनेशन अभियान का काम सौंपते वक्त सही प्रक्रिया का पालन नहीं किया.