महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने नाना पटोले द्वारा लगाये गए फोन टैपिंग के आरोपों को लेकर कहा कि इसमें सच्चाई है। बता दें कि फोन टैपिंग के आरोपों की जांच के लिए डीजीपी महाराष्ट्र की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन किया गया है।
नाना पटोले की फोन टैपिंग के आरोपों को लेकर महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार का कहना है कि शिकायत में सच्चाई है। झूठे नाम देकर राजनीतिक नेताओं और जनप्रतिनिधियों की फोन टेपिंग की गई। नाना पटोले के मामले में भी ऐसा हुआ है। अजीत पवार ने कहा अगर यह राष्ट्रीय सुरक्षा या सार्वजनिक सुरक्षा के लिए किया गया है तो ठीक है। लेकिन अगर कोई अपने निजी फायदे के लिए राजनीतिक नेताओं और जनप्रतिनिधियों के फोन टैप कर रहा है तो यह पूरी तरह गलत है। यह कानून के खिलाफ है और लोकतंत्र में सही नहीं है।
बता दें कि महाराष्ट्र सरकार ने शुक्रवार को नाना पटोले द्वारा कई प्रसिद्ध नेताओं के फोन टैपिंग के आरोपों की जांच पड़ताल करने के लिए तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन किया। यह समिति डीजीपी महाराष्ट्र की अध्यक्षता में कार्य करेगी। महाराष्ट्र के गृह विभाग ने शुक्रवार को फोन टैपिंग मामले को लेकर इसकी उच्च स्तरीय जांच समिति के गठन के संबंध में शासनादेश जारी किया है।
2015 से 2019 के फोन टैपिंग प्रकरण की पड़ताल के लिए सरकार ने जांच समिति को आदेश दिया है कि ये फोन टैपिंग किस उद्देश्य से की गई है इसका पता लगाया जाये। साथ ही अगर फोन टैपिंग हुई है तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ जिम्मेदारी भी निश्चित करनी होगी। गौरतलब है कि नाना पटोले ने आरोप लगाया था कि 2016-17 में देवेंद्र फडणवीस नीत पूर्ववर्ती सरकार में उनका, राकांपा, भाजपा और शिवसेना के अनेक महत्वपूर्ण नेताओं तथा कई आईएएस एवं आईपीएस अधिकारियों के फोन की टैपिंग करवायी गई थी। इस मामले में कांग्रेस ने उच्चस्तरीय जांच की मांग की थी।