कर्नाटक में जारी हिजाब विवाद को लेकर अलग-अलग नेताओं की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कोई कॉलेज में हिजाब पहनने के अधिकार के कानून का समर्थन कर रहा है, तो कोई अपना विरोध दर्ज करा रहा है। समर्थन करने की लिस्ट में अब महाराष्ट्र मंत्री आदित्य ठाकरे का नाम जुड़ गया है। आदित्य ठाकरे ने कहा कि स्कूलों में यूनिफॉर्म जरूरी है।
ठाकरे ने कहा कि जहां स्कूल/कॉलेजों में निर्धारित यूनिफॉर्म कर्नाटक के कई कॉलेजों में इस विवाद ने तूल पकड़ लिया है। उडुपी के कॉलेज में इसी बात को लेकर नारेबाजी भी हुई। मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई ने छात्रों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने राज्य में तीन दिन के लिए स्कूल और कॉलेज बंद करने का ऐलान कर दिया है।
,उसका पालन किया जाए। शिक्षा के केंद्रों में केवल शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए। धार्मिक या राजनीतिक मुद्दों को स्कूलों/कॉलेजों में नहीं लाया जाना चाहिए। गौरतलब है कि कर्नाटक के उडुपी कॉलेज में हिजाब पहने जाने की घटना से शुरू हुए विवाद की आंच देशभर में फैल गई है।
बता दें कि कर्नाटक में उडुपी के एक कॉलेज में छह लड़कियों के क्लास में घुसने से इसलिए रोक दिया गया था क्योंकि उन्होंने कॉलेज का यूनीफॉर्म नहीं पहना था बल्कि हिजाब पहन रखा था। इसके बाद लड़कियां धरने पर बैठ गईं। कॉलेज के न मानने पर वे हाई कोर्ट पहुंच गईं। कल इस मामले में हाई कोर्ट में सुनवाई हुई थी। कोर्ट ने कहा था कि किसी की निजी मान्यताओं से ज्यादा जरूरी संविधान और कानून है।
बीजेपी विधायक के बिगड़े बोल
कर्नाटक में जारी हिजाब विवाद के बीच भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक रेणुकाचार्य ने एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के कपड़ों की वजह से रेप बढ़ रहे हैं। बीजेपी विधायक का यह बयान तब आया जब कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने बिकनी पहनने के अधिकार को लेकर ट्वीट किया।
बता दें कि कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने बुधवार को ट्वीट में कहा कि चाहे वह बिकिनी हो, घूंघट हो, जींस हो या हिजाब, यह तय करना एक महिला का अधिकार है कि वह क्या पहनना चाहती है। यह अधिकार भारतीय संविधान द्वारा संरक्षित है। महिलाओं को परेशान करना बंद करें। प्रियंका के बयान पर रेणुकाचार्य ने कहा कि बिकनी जैसे शब्द का इस्तेमाल करना एक घटिया बयान को दर्शाता है। कॉलेज में पढ़ते समय, बच्चों को पूरी तरह से कपड़े पहनना चाहिए। आज महिलाओं के कपड़ों के कारण बलात्कार बढ़ रहे हैं क्योंकि पुरुषों को उकसाया जाता है। यह सही नहीं है। हमारे देश में महिलाओं का सम्मान है।