मुबई महानगरपालिका (BMC) क्षेत्र में राहत की बात यह है कि कोरोना संक्रमितों की संख्या में कमी आई है. मौतों की संख्या में भी कमी आई है. लेकिन आफ़त की बात यह है कि कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या पहले की तुलना में बढ़ गई है.
अगस्त महीने के आखिरी दिन 323 नए कोरोना केस सामने आए. तीस अगस्त को यह संख्या 334 थी. ठीक होने वालों की बात करें तो दिन भर में कोरोना से 272 लोग ठीक होकर घर गए. 30 अगस्त को यह संख्या 311 थी. इसी तरह पिछले चौबीस घंटे में मुंबई में कोरोना से सिर्फ एक व्यक्ति की मौत हुई. 31 अगस्त को दिन भर में 2 लोगों की मौत हुई थी.
मुंबई में अब तक कुल 7 लाख 22 हजार 621 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं. अब तक कुल 15 हजार 977 लोगों की मौत हुई है. मुंबई में कोरोना रिकवरी रेट फिलहाल 97 प्रतिशत है. कोरोना संक्रमण का ग्रोथ रेट फिलहाल 0.05 प्रतिशत है. मुंबई में कोरोना संक्रमितों की संख्या दुगुनी होने का कालावधि अब 1 हजार 511 दिनों तक पहुंच गई है.
मुंबई में 29 इमारतें सील की गईं, झोपड़पट्टियों और चॉल में अब 1 भी कंटेनमेंट ज़ोन नहीं
मुंबई में दिन भर में 30 हजार 421 लोगों की टेस्टिंग की गई है. यह जानकारी मुंबई महानगरपालिका ने दी है. फिलहाल झोपड़पट्टियों और चॉल में एक भी सक्रिय कंटेनमेंट ज़ोन बाकी नहीं रह गया है. लेकिन 29 इमारतों को सील करना पड़ा है.
शहर में भीड़ नियंत्रित करना ज़रूरी, बॉम्बे हाईकोर्ट ने चिंता जताई
इधर शहर के बाजारों और सार्वजनिक ठिकानों में बढ़ती हुई भीड़ को देखते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट ने चिंता जताई है. उच्च न्यायालय ने चेतावनी भरे लहजे में मंगलवार को कहा कि अगर भीड़ पर कंट्रोल नहीं किया गया तो कोरोना की दूसरी लहर में जो हालत हुई, वही हालत दोबारा पैदा हो जाएगी. वैसे भी विशेषज्ञ लगातार कोरोनी की तीसरी लहर की आशंका जताते आ रहे हैं. इसलिए प्रशासन और जनता स्थितियों की गंभीरता को समझें और सावधानियां बरतें.
सोमवार को उच्च न्यायालय की प्रशासकीय बैठक हुई. इस बैठक में वकील और अन्य विशेषज्ञ शामिल हुए. इसमें सर्वोच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त किए गए टास्क फोर्स के प्रमुख डॉ. राहुल पंडित भी शामिल हुए. उन्होंने कहा कि अप्रैल 2022 से पहले देश में कोरोना से छुटकारा नहीं होगा. बॉम्बे हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता ने यह जानकारी दी.