महाराष्ट्र से शुरू हुई लाउडस्पीकर विवाद की गूंज दिल्ली तक पहुंच गई है। राजधानी में धार्मिक और अन्य स्थलों से लाउडस्पीकर हटवाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी के दिल्ली इकाई के प्रमुख आदेश गुप्ता ने पत्र लिखा है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लिखे पत्र में उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस को मानने की बात कही है। साथ ही आम लोगों की परेशानियों का भी हवाला दिया है।
गुप्ता ने सोमवार को ट्वीट किया, ‘आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर माननीय उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार सभी धार्मिक व अन्य स्थलों से लाउडस्पीकर हटवाने की मांग की। ध्वनि प्रदूषण के कारण अध्यननर्थ बच्चों, बुर्जुगों, मरीजों, ऑफिसों में कार्यरत लोगों को आए दिन कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।’
खास बात है कि सुप्रीम कोर्ट ने साल 2015 में लाउडस्पीकर के इस्तेाल को लेकर नियम जारी किए थे। इनमें रात 10 बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। हालांकि, सार्वजनिक आपातकाल की स्थिति में इनका इस्तेमाल किया जा सकता था।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने अजान के लिए मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर का मुद्दा उठाया था। उन्होंने सरकार से इन्हें हटाने की मांग की थी। ठाकरे ने कहा था कि लाउडस्पीकर का मुद्दा धार्मिक नहीं सार्वजनिक है। औरंगाबाद में रैली के दौरान उन्होंने 3 मई को दिए अल्टीमेटम की बात दोहराई थी। उन्होंने कहा था कि अगर लाउडस्पीकर नहीं हटाए गए, तो इन धार्मिक स्थलों पर हिंदू हनुमान चालीसा चलाएंगे। हालांकि, उन्होंने 3 मई की महाआरती के कैंसिल कर दिया है।