खडसे ने कहा कि ईडी जब भी बुलाएगी हम हाज़िर हो जाएंगे। ईडी को कुछ और डॉक्यूमेंट चाहिए जो हमको दस दिन के भीतर जमा करवाने हैं।
एनसीपी के नेता और पूर्व मंत्री एकनाथ खडसे से गुरुवार को तकरीबन 9 घंटे तक प्रवर्तन निदेशालय ने पूछताछ की। पुणे की भोसरी एमआईडीसी की जमीन के मामले में ईडी ने पहले ही उनके दामाद गिरीश चौधरी को गिरफ्तार किया है। दामाद की गिरफ्तारी के बाद खडसे से भी पूछताछ की गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ईडी ने उनकी पत्नी मंदाकिनी को भी समन भेजा था। हालांकि मंदाकिनी खडसे ने ईडी के सामने हाजिर होने के लिए अतिरिक्त समय की मांग की है।
ईडी ने एकनाथ खडसे को जिस दिन पूछताछ के लिए बुलाया था। उसी दिन मंदाकिनी खडसे को भी पूछताछ के लिए हाजिर रहने का आदेश दिया था। लेकिन उन्होंने 14 दिनों के अतिरिक्त समय की मांग की है। फिलहाल इस विषय पर ईडी की तरफ से कोई जवाब उन्हें नहीं मिला है।
खडसे से 9 घंटे पूछताछ
इस बीच एकनाथ खडसे 8 जुलाई की सुबह 11 बजे ईडी दफ्तर पहुंचे थे। उनसे तकरीबन 9 घंटे पूछताछ की गई थी बाद में उन्हें 8 बजे के आसपास छोड़ा गया। खडसे के वकील ने कहा कि हम ईडी को सहयोग कर रहे हैं। उनके द्वारा मांगी गई सारी जानकारी हमने दी है।
क्या है भोसरी जमीन घोटाला
पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की सरकार में एकनाथ खडसे ने राजस्व मंत्री रहते हुए पुणे के भोसरी में 3.1 एकड़ वाले एमआईडीसी के प्लॉट को खरीदने के लिए अपने पद का दुरुपयोग किया था। उनके ऊपर यह आरोप साल 2016 में लगाया गया था। 31 करोड़ रुपए की कीमत वाले प्लॉट को केवल 3.7 करोड रुपए में ही बेचने का दावा किया गया था। रेडी रैकनर रेट से भी कम कीमत पर इस जमीन को खरीदने का आरोप है।