मजिस्ट्रेट कोर्ट ने जबरन वसूली के एक मामले में मुंबई पुलिस के बर्खास्त अधिकारी सचिन वझे को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया
बिल्डर बिमल अग्रवाल की शिकायत पर गोरेगांव पुलिस स्टेशन में दर्ज मामले में अपराध शाखा ने 1 नवंबर को कोर्ट की अनुमति से वझे को हिरासत में लिया था। इस मामले में दर्ज एफआईआर में मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह सहित अन्य छह आरोपियों का नाम भी शामिल हैं।
वझे को अपराध शाखा की हिरासत समाप्त होने के बाद मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया। ऐंटिलिया विस्फोटक मामले और मनसुख हिरन हत्याकांड में एनआईए ने मार्च में वाझे को गिरफ्तार किया था, तब से वह न्यायिक हिरासत में तलोजा जेल में बंद था। अपराध शाखा ने कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद इसी जेल से वझे को रंगदारी मामले में हिरासत में लिया था।