एंटीलिया जिलेटिन और मनसुख हिरेन मर्डर केस में दस लोग अब तक गिरफ्तार हुए हैं। इनमें से पांच पुलिस वाले भी हैं। एक सीनियर आईपीएस अधिकारी पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटकी हुई है। इस केस में एनआईए ने कुछ दिनों पहले ही चार्जशीट दाखिल की है। लेकिन एक बात जो पहले कभी नहीं सामने आई, वह अब बाहर आई है।
एक विश्वस्त सूत्र ने बताया कि इस केस में जब एक पुलिस अधिकारी को एनआईए की टीम ने गिरफ्तार किया, तो उसे विश्वास नहीं हुआ कि उसे अरेस्ट भी किया जा सकता है। उस अधिकारी ने एनआईए टीम से कहा कि आप लोगों को पता है कि मैं कौन हूं।
एनआईए टीम के एक अधिकारी ने जवाब दिया कि हां, मुझे पता है कि आप कौन हो। इसके बाद उस पुलिस अधिकारी ने एनआईए के एक अधिकारी से कहा कि मैं तुम्हारे बॉस का दोस्त हूं। सूत्रों के अनुसार, बॉस शब्द का आशय यहां किसी बड़े राजनेता से था। इसके बाद उस पुलिस अधिकारी ने अपने मोबाइल से किसी को कई बार फोन किया, लेकिन उधर से किसी ने फोन नहीं उठाया।
उस अधिकारी की गिरफ्तारी के बाद एक सीनियर आईपीएस अधिकारी की नींद उड़ गई। एनआईए ने अपनी चार्जशीट में बहुत कुछ ऐविडेंस कोर्ट को दिए हैं, जो सार्वजनिक भी हुए हैं। लेकिन एनआईए ने कोर्ट को बंद लिफाफों में भी कुछ सबूत और जानकारियां दी हैं। इन लिफाफों में क्या है, इसका राज शायद मुकदमे के दौरान या एनआईए के किसी पूरक आरोपपत्र में सामने आए।