बीएमसी चुनाव से पहले उत्तर भारतीय समाज को अपने साथ जोड़ने के लिए मुंबई कांग्रेस ने मंगलवार को उत्तर भारतीय पंचायत शुरू करने का ऐलान किया। मुंबई कांग्रेस मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में अध्यक्ष भाई जगताप ने इसकी घोषणा की। इस मौके पर मुंबई कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष चरण सिंह सपरा, मुंबई कांग्रेस के कोषाध्यक्ष भूषण पाटील, महासचिव संदेश कोंडविलकर, मुंबई युवा कांग्रेस अध्यक्ष विधायक जीशान सिद्दीकी, युवा नेता सूरज सिंह ठाकुर, मुंबई कांग्रेस उपाध्यक्ष गणेश यादव, डॉ. सत्येंद्र अभिराम सिंह उपस्थित थे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में जगताप ने कहा कि उत्तर भारतीय समाज पीढ़ियों से मुंबई में रह रहा है। यह समाज अब मुंबई का अभिन्न अंग बन गया है। इस उत्तर भारतीय समाज के सामने आने वाले मुद्दों और समस्याओं के समाधान के साथ-साथ उत्तर भारतीय समाज को संरक्षण देने के लिए मुंबई कांग्रेस द्वारा उत्तर भारतीय पंचायत की स्थापना की गई है। उत्तर भारतीय पंचायत के माध्यम से हम मुंबई के 36 विधानसभा क्षेत्रों में, हर एक वॉर्ड में उत्तर भारतीय समुदाय के मुद्दों और समस्याओं को जानेंगे और उनका निराकरण करेंगे। हम मुंबई के हर वॉर्ड में उत्तर भारतीय पंचायत के कार्यक्रम आयोजित करेंगे।
‘फिर से करेंगे हिंदी भाषा भवन पर काम’
भाई जगताप ने आगे कहा कि जब हमारी सरकार महाराष्ट्र में थी, तब डॉ. राम मनोहर त्रिपाठी के नाम पर मुंबई में एक हिंदी भाषा भवन बनाने का निर्णय लिया गया था। उसके निर्माण लिए स्थान भी निश्चित किया गया था और धनराशि भी स्वीकृत की गई थी। लेकिन बीजेपी की सरकार आते ही हिंदी भाषा भवन के निर्माण का कार्यक्रम ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। आज राज्य में फिर से हमारी सरकार है। हम इस मामले में सांस्कृतिक मंत्री अमित देशमुख और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मिलेंगे और हिंदी भाषा भवन पर काम फिर से शुरू करने और इसे जल्द से जल्द पूरा करने की मांग करेंगे।