कोरोना की दूसरी लहर का खतरा टला नहीं है. इसके होते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने कोरोना की तीसरी लहर का डर जता दिया है. इसलिए राज्य में लॉकडाउन से जुड़े नियमों में कोई छूट नहीं दी गई है. कड़े प्रतिबंधों और नियमों को कायम रखा गया है. देश भर में कोरोना संक्रमण से तुलना करें तो महाराष्ट्र में संक्रमण की दर कम है. इसके बावजूद सावधानी के तौर पर नियमों में ढिलाई नहीं देने का फैसला किया गया है.बुधवार को राज्य सरकार के मंत्रिमंडलीय बैठक में यह निर्णय लिया गया है. महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने यह जानकारी दी.
राज्य सरकार के इस फैसले से व्यापारियों में निराशा का माहौल है. मुंबई लोकल को लेकर भी यह उम्मीद जताई गई थी कि वैक्सीन के दो डोज ले चुके हुए लोगों के लिए मुंबई लोकल शुरू की जाएगी, लेकिन यह उम्मीद भी खत्म हो गई. इस सबंध में कोई निर्णय नहीं लिया गया है. दो डोज ले चुके व्यापारियों के लिए दुकानें खोलने की समय सीमा बढ़ाने के मुद्दे पर राजेश टोपें ने कहा कि इस बारे में फैसला मुख्यमंत्री लेंगे.
राज्य सरकार द्वारा कोरोना से जुड़े नियमों में ढील नहीं दिए जाने से व्यापारियों में रोष फैल गया है. कोल्हापुर के व्यापारी संगठन से स्पष्ट कर दिया है कि पुलिस आए या आर्मी शुक्रवार से वे शाम 4 बजे तक दुकानें खुले रखने की समय सीमा को नहीं मानेंगे और वे रात तक दुकानें खोलेंगे. वहीं भाजपा नेता व विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष प्रवीण दरेकर ने कहा है कि आम यात्रियों के लिए मुंबई लोकल शुरू की जाए, वरना भाजपा रेल रोको आंदोलन शुरू करेगी.
राजेश टोपे ने बताया कि राज्य के 10 जिलों में कोरोना संक्रमण की दर सर्वाधिक है. बचे हुए 26 जिलों में संक्रमितों की संख्या कम है. उन्होंने बताया कि रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, कोल्हापुर, सांगली, सातारा और अहमदनगर संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. राज्य में अधिक से अधिक वैक्सीनेशन पर जोर देने की जरूरत है. केंद्र से ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन प्राप्त करने के लिए राज्य सरकार कोशिश कर रही है. उन्होंने बताया कि फिलहाल राज्य में वैक्सीन के डोज जरूरत के हिसाब से उपलब्ध नहीं हैं. अगस्त महीने में 4 करोड़ वैक्सीन मिलने का केंद्र से आश्वासन मिला है. स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी जानकारी दी कि जिन लोगों ने वैक्सीन के दोनों डोज ले लिए हैं उन्हें राज्य में प्रवेश करने के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट से छूट देने का प्रस्ताव रखा गया है.