पंच प्रभाकर सैल ने आर्यन की गिरफ्तारी के बाद 25 करोड़ रुपये की डीलिंग में किरण गोसावी के साथ जिस सैम डिसूजा का नाम लिया था, वह डिसूजा सोमवार को मुंबई पुलिस की एसआईटी के सामने पेश हुआ। प्रभाकर सैल ने एनडीपीएस कोर्ट में दिए गए हलफनामे में दावा किया था कि 3 अक्टूबर को किरण गोसावी उसके साथ गाड़ी में था, जबकि दूसरी गाड़ी में सैम डिसूजा था। उस दौरान गोसावी को उसने फोन पर डिसूजा के साथ भुगतान सौदे पर चर्चा करते हुए सुना था।
प्रभाकर सैल के इन आरोपों के बाद ही मुंबई पुलिस ने जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया। अब तक एसआईटी करीब दो दर्जन लोगों के स्टेटमेंट ले चुकी है। शाहरुख की मैनेजर पूजा ददलानी को भी इस संबंध में समन भेजा गया है, क्योंकि प्रभाकर सैल का आरोप है कि किरण गोसावी और सैम डिसूजा दोनों पूजा ददलानी से लोअर परेल में एक ब्रिज के पास पूजा की गाड़ी में मिले थे।
इससे पहले, डिसूजा ने बॉम्बे हाईकोर्ट के समक्ष दायर अपनी अग्रिम जमानत याचिका में दावा किया था कि गोसावी ने आर्यन खान को रिहा कराने के लिए शाहरुख खान की मैनेजर पूजा ददलानी से टोकन मनी के रूप में 50 लाख रुपये लिए थे। याचिका में कहा गया है कि एनसीबी द्वारा तीन अक्टूबर को मामले में आर्यन खान को गिरफ्तार करने के बाद राशि वापस कर दी गई थी।