टीपू सुल्तान के नाम पर मुंबई में एक खेल परिसर बनाए जाने पर छिड़े विवाद को लेकर संजय राउत ने भाजपा पर पलटवार किया है। उन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी ओर से भी टीपू सुल्तान की तारीफ की गई थी। उनका कहना था कि टीपू सुल्तान ऐतिहासिक योद्धा थे, स्वतंत्रता सेनानी थे। क्या भाजपा राष्ट्रपति से उनका इस्तीफा मांगेगी? भाजपा को इस पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए। टीपू सुल्तान के मुद्दे पर वह ड्रामा कर रही है। दरअसल महाराष्ट्र कांग्रेस नेता और मंत्री असलम शेख ने मुंबई की मुस्लिम बहुल मालवानी कॉलोनी में बने पार्क का नाम टीपू सुल्तान पर रखे जाने की पहल की है। इसी को लेकर भाजपा आपत्ति जता रही है।
संजय राउत ने उद्धव सरकार के मंत्री का बचाव करते हुए कहा कि यदि वे कहते हैं कि टीपू पर किसी प्रतिष्ठान का नाम रखा जा सकता है तो फिर वे ऐसा कर सकते हैं। राज्य सरकार फैसले लेने में सक्षम है। नया इतिहास लिखने का प्रयास न करें। आप दिल्ली में लगातार इतिहास को बदलने का प्रयास कर सकते हैं, लेकिन उसमें सफल नहीं होंगे। यही नहीं उन्होंने भाजपा के इतिहास ज्ञान पर भी सवाल उठाया। संजय राउत ने कहा, ‘भाजपा को लगता है कि उन्हें ही इतिहास के बारे में जानकारी है। हर कोई नया इतिहास लिखने के लिए बैठ गया है। ये इतिहासकार यहां इतिहास को बदलने के लिए हैं। हम टीपू सुल्तान के बारे में जानते हैं। हमें भाजपा से कुछ भी सीखने की जरूरत नहीं है।’
बता दें कि मालवानी इलाके में यह ग्राउंड काफी समय से है, जिसका पुनरुद्धार कांग्रेस विधायक ने कराया है। इसका नाम टीपू सुल्तान पर रखने का फैसला उनकी ओर से किया गया था, जिस पर भाजपा ने तीखा विरोध किया है। यही नहीं नेता विपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हम ऐसे शख्स पर ग्राउंड का नाम नहीं रखने देंगे, जिसने लाखों हिंदुओं का नरसंहार कराया हो। बुधवार को बड़ी संख्या में भाजपा, वीएचपी और बजरंग दल के कार्यकर्ता इस नामकरण का विरोध करने पहुंचे थे। इन्हें हटाने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग भी किया था। इसके अलावा बड़ी संख्या में आंदोलनकारियों को हिरासत में भी लिया गया था।