पूर्व भाजपा सांसद किरीट सोमैया ने पुलिस की कार्रवाई को लेकर कहा कि वह किसी भी एक्शन का सामना करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि कोई घोटाला नहीं हुआ है, विक्रांत निधि संग्रह में एक रुपये का भी नहीं। मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है। मैं किसी कार्रवाई से नहीं डरता हूं। सोमैया ने कहा कि संजय राउत आरोप लगाते रहे हैं, लेकिन उन्हें साबित करने के लिए सबूत नहीं दिया है। मुझे मामले में दर्ज प्राथमिकी की कॉपी नहीं मिली है।
किरीट सोमैया ने कहा कि मैं उद्धव ठाकरे सरकार को बेनकाब करता रहूंगा। मैं सीएम ठाकरे को उनके पास (इस मामले में) उपलब्ध जानकारी देने की चुनौती देता हूं, मैं जांच का सामना करने के लिए तैयार हूं। हालांकि, सोमैया ने इस बात का जवाब नहीं दिया कि क्या उन्होंने पैसा इकट्ठा किया और इसे राज्यपाल या सरकार को सौंप दिया।
‘INS विक्रांत को बचाने के अभियान में भ्रष्टाचार’
इससे पहले बुधवार को शिवसेना नेता संजय राउत ने किरीट सोमैया पर वित्तीय गड़बड़ी का आरोप लगाया था। राउत ने कहा कि उन्होंने आईएनएस विक्रांत को बचाने के अभियान के तहत लोगों से लगभग 50 करोड़ रुपये जमा किए थे, लेकिन वह पैसा उन्होंने राज्य के राजकोष में जमा नहीं किया था।
राउत बोले- मामले में CBI जांच की है जरूरत
शिवसेना नेता ने सोमैया के खिलाफ महाराष्ट्र सरकार से जांच की मांग करते हुए दावा किया कि यह केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई), आयकर (आईटी) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा जांच के लिए उपयुक्त मामला है। राउत ने कहा, “पाकिस्तान के खिलाफ 1971 के युद्ध में, भारतीय नौसेना ने आईएनएस विक्रांत सहित एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। जब आईएनएस विक्रांत की स्थिति खराब हो गई और इसे बनाए रखना मुश्किल हो गया, तो इसे संग्रहालय में बदलने के लिए अभियान चलाए गए।”