शिवसेना सांसद संजय राउत एक बार फिर से अपने आपत्तिजनक शब्दों को लेकर विवादों में हैं। इस बार उन्होंने भाजपा नेता किरीट किरीट सोमैया के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। दरअसल रविवार को मुंबई में मीडिया से बात करते हुए शिवसेना नेता को भाजपा नेता किरीट सोमैया को बार-बार गालियां देते सुना गया।
क्या है मामला?
रविवार को दिन में तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ मुलाकात की थी। इस मुलाकात पर भाजपा नेता किरीट सोमैया ने तंज कसते हुए कहा था कि क्या केसीआर के साथ मुलाकात से एक दिन पहले सीएम उद्धव ठाकरे ने सोनिया गांधी से फोन पर बात की थी। क्या वे इस मुलाकात के लिए सोनिया गांधी से इजाजत ले रहे थे?
इसके बाद जब पत्रकारों ने केसीआर-उद्धव ठाकरे की बैठक पर किरीट सोमैया के बयान को लेकर संजय राउत की टिप्पणी जाननी चाही तो वे आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करने लगे। उन्होंने एक के बाद एक कई बार आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया।
किरीट सोमैया को लेकर बेहद आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल करते हुए संजय राउत ने कहा कि देश की राजनीति ऐसे *** लोगों को 2024 के बाद खत्म करेगी। उन्होंने कहा कि ऐसै *** लोग इस देश में नहीं रहेंगे।
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने कहा कि संजय राउत ऐसी गालियों और अपशब्दों का इस्तेमाल इसलिए कर रहे हैं क्योंकि उन्हें इसका अंदाजा है कि उनके खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच होने वाली है। उन्होंने कहा, “वे घबरा कर ऐसा कर रहे हैं। वे आजकल लगातार ऐसा कर रहे हैं। अब निश्चित रूप से हम इसकी शिकायत महिला आयोग से करने वाले हैं।”
वहीं किरीट सोमैया ने संजय राउत द्वारा उनके खिलाफ अपशब्दों के इस्तेमाल को लेकर कहा कि वे चाहे लाख गालियां दें, महाविकास आघाडी सरकार के नेताओं के घोटालों का पर्दाफाश वे करते रहेंगे।
इससे पहले भी आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल कर चुके हैं राउत
इस सप्ताह की शुरुआत में 15 फरवरी को भी राउत ने आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था। राज्य में शिवसेना नेताओं पर चल रही पूछताछ के बारे में बोलते हुए उन्होंने अपशब्दों का इस्तेमाल किया था।
पिछले साल दिसंबर में, संजय राउत ने महिला भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ भी इसी तरह के अपशब्दों का इस्तेमाल किया था। तब उन्होंने अपने इस अपशब्द का अर्थ ‘बेवकूफ’ कहकर इसे सही ठहराया था। यही नहीं, उन्होंने अभिनेत्री कंगना रनौत को ‘हरामखोर’ भी कहा था, जिसने 2020 में काफी विवाद खड़ा कर दिया था।