इस हॉस्पिटल में ब्लड कैंसर जैसी कई अन्य बीमारियों का इलाज होगा। यह 360 बेड का हॉस्पिटल होगा, जिसमें 140 बेड सुपर स्पेशिलिटी उपचार के लिए होंगे। उन्होंने बताया कि मुंबई में बढ़ती जनसंख्या के कारण बीएमसी के प्रमुख व उपनगरीय अस्पतालों पर काफी दबाव है। इसलिए बीएमसी ने पूर्वी उपनगर में बड़ा हॉस्पिटल बनाने का निर्णय लिया है। इस हॉस्पिटल के बनने से विक्रोली, भांडुप, मुलुंड के लाखों नागरिकों को फायदा होगा। इसके बनने से घाटकोपर स्थित राजावाड़ी अस्पताल पर भार कम होगा।
यह सुविधाएं होंगी
काकानी ने बताया कि इस हॉस्पिटल में एको हेमेटोलॉजी, एको सर्जरी यानी कैंसर के ऑपरेशन के साथ ही ब्लड कैंसर का इलाज भी होगा। साथ ही हॉस्पिटल में चाइल्ड स्पेशिलिटी, लीवर व न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट होगा। जिसमें इन रोगों के इलाज के साथ ही ऑपरेशन की सुविधा होगा।
360 में तैयार हुआ था प्रस्ताव
पूर्वी उपनगर में सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल बनाने की संकल्पना बीएमसी ने पश्चिम उपनगर जोगेश्वरी में ट्रामा केयर सेंटर बनने के बाद की थी। वर्ष 2013 में तत्कालीन एडिशनल कमिश्नर मनीषा म्हैस्कर भांडुप में सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल बनाने का प्रस्ताव तैयार किया था। तब से इस हॉस्पिटल की फाइल इधर-उधर घूमती रही। अब सालों बाद इस हॉस्पिटल के बनने की आस जागी है