शिवसेना के नेता और बीएमसी स्टैंडिंग कमिटी के चेयरमैन यशवंत जाधव की जांच में जुटे आयकर विभाग के अधिकारियों को एक डायरी मिली है, जिसमें संदिग्ध ट्रांजेक्शन की बात सामने आई है। अधिकारियों का कहना है कि इस डायरी में दो ऐसी ट्रांजेक्शंस मिली हैं, जिनसे संदेह पैदा होता है। अधिकारियों ने कहा कि 50 लाख रुपये की एक घड़ी औैर 2 करोड़ रुपये का एक अन्य गिफ्ट ‘मातोश्री’ को दिया गया है। बता दें कि मातोश्री उद्धव ठाकरे का आवास है, जो मुंबई के बांद्रा में स्थित है। हालांकि शिवसेना लीडर यशवंत जाधव ने इसे गलत बताते हुए कहा कि डायरी में ‘मातोश्री’ उन्होंने अपनी मां के लिए लिखा था।
इस संबंध में सवाल पूछने पर जाधव ने कहा कि पहली एंट्री में 50 लाख रुपये की घड़ी की जो बात है, दरअसल वह उन्होंने अपनी मां के जन्मदिन में बांटी थी। इसके अलावा अपनी मां की याद में उन्होंने गुड़ी पड़वा में उन्होंने 2 करोड़ रुपये की चीजें जरूरतमंदों को बांटने की बात कही है। उन्होंने कहा कि इसी गिफ्ट वितरण को उन्होंने मातोश्री लिखा था और उसके सामने 2 करोड़ रुपये की रकम दर्ज की गई थी। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को यह डायरी 25 फरवरी को की गई छापेमारी में मिली थी। यशवंत जाधव बीएमसी की स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन हैं, जबकि उनकी पत्नी यामिनी जाधव भायकुला विधानसभा सीट से विधायक हैं।
30 करोड़ की घूस लेकर यशवंत जाधव ने बांटे थे ठेके
आयकर विभाग की ओर से बीएमसी के कुछ कॉन्ट्रैक्ट्स की भी जांच की जा रही है। न्यूशॉक मल्टीमीडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के ट्रांजेक्शंस की जा रही है, जिसका मालिकाना हक कॉन्ट्रैक्टर बिमल अग्रवाल के पास है। आईटी अफसरों को संदेह है कि 30 करोड़ रुपये की घूस के एवज में यशवंत जाधव ने बिमल अग्रवाल का कई ठेकों के लिए फेवर किया था।
बीएमसी के ठेकों की भी आयकर विभाग कर रहा जांच
यही नहीं न्यूशॉक मल्टीमीडिया प्राइवेट लिमिटेड के जरिए यशवंत जाधव ने भायकुला में 31 फ्लैट भी खरीदे थे। इसके अलावा जाधव से जुड़ी 40 और संपत्तियों पर संदेह है, जिनकी जांच की जा रही है। कहा जा रहा है कि बीएमसी की ओर से अप्रैल 2018 से लेकर अब तक दिए गए ठेकों की भी आयकर विभाग जांच कर रहा है। इस अवधि में स्टैंडिंग कमिटी के चेयरमैन यशवंत जाधव ही रहे हैं। ऐसे में एजेंसी की ओर से बीएमसी के सभी ठेकों की जांच की जा रही है।