कल्याण : डोंबिवली-पूर्व द्वारली के नागरिकों ने अहम निर्णय लेते हुए कहा कि जब तक गांव वालों को मूल भूत सुविधाएं जैसे बिजली, पानी और सड़क की सुविधा उपलब्ध नहीं होंगी तब तक गांववाले ने आनेवाले सभी चुनाव का विरोध करते हुए चुनाव में मतदान नहीं करने का निर्णय लिया है। बता दें कि डोंबिवली -पूर्व द्वारली गांव के निवासी पिछले कई सालों से मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। सोमवार को उनका सब्र का बांध टूट गया और आक्रोशित महिलाओं ने आने वाले सभी चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है।
भारी संख्या में एकत्रित महिलाओं का कहना है कि हमारे क्षेत्र के नगरसेवक कुणाल पाटील थे, लेकिन वे चुनाव के दौरान ही नजर आएस उसके बाद नहीं। विकास काम की बात तो दूर है। महिलाओं ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व उपमुख्यमंत्री तथा सांसद डाॅ. श्रीकांत शिंदे पर भी यहां का विकास नहीं करने का आरोप लगाया है। वे कहती हैं कि आज भी द्वारली गांव विकास के नाम पर कोसों दूर है। यहां पर नाला, सड़क, बिजली की समस्या जस की तस बनी हुई है। क्षेत्र में केवल गुंडागर्दी का वर्चस्व है। कुणाल पाटील ने विकास तो दूर उल्टा लोगों का शोषण किया है, जिससे जनता त्रस्त है। सुविधाओं के नाम पर पानी से लबालब सड़कें, पानी की समस्या, अवैध बाजार, तंग रास्ते यही कुणाल पाटील की देन है। गांव का जब तक विकास नहीं होगा, तब तक हम लोग चुनाव में मतदान का बहिष्कार करेंगे।