नई दिल्ली – नई सरकार बनने के बाद लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से और राज्यसभा का पहला सत्र 27 जून से शुरू होगा। संसद की सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ भी पहली बार तैनात की गई है। संसद की सुरक्षा करने के लिए सीआईएसएफ के पास अभी तक लिखित आदेश नहीं आए हैं। इसके बावजूद सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआईएसएफ ही संभालेगी। संसद भवन में प्रवेश करते वक्त सांसद और मंत्रियों की पहचान करने और उनके प्रोटोकॉल में कहीं कोई दिक्कत ना हो जाए, इसे देखते हुए सीआईएसएफ और पार्लियामेंट सिक्योरिटी सर्विस के टॉप अधिकारियों ने पुख्ता इंतजाम किए हैं।
सांसदों और मंत्रियों की पहचान करने का काम सीआईएसएफ नहीं करेगी। पहले की तरह ये जिम्मेदारी पार्लियामेंट सिक्योरिटी सर्विस के अधिकारियों के ही जिम्मे होगी। फिलहाल संसद भवन की सुरक्षा में सीआईएसएफ के 2500 जवान तैनात हैं। इनमें कमांडो भी शामिल हैं। सीआईएसएफ की तैनाती के बाद से दिल्ली पुलिस और सीआरपीएफ को यहां से हटा लिया गया है। संसद सत्र के पहले दिन कहीं कोई चूक ना हो जाए, इसे देखते हुए सीआईएसएफ और पार्लियामेंट सिक्योरिटी सर्विस के तमाम वरिष्ठ अधिकारी उन गेटों पर तैनात होंगे जहां से सांसद और मंत्री प्रवेश करेंगे.