विजयवाड़ा, 03 सितंबर। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू अपने विजयवाड़ा दौरे के तहत आज शहर के सितारा सेंटर पहुंचे। इस दौरान बाढ़ कॉलोनियों में जेसीबी के सहारे उन्होंने स्थिति का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री स्वयं घरों में जाकर जानकारी लेते रहे। प्रशासन की लापरवाही पर चंद्रबाबू ने कहा कि जनता की प्रतिक्रिया के आधार पर अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री चंद्रबाबू ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों की समस्याओं के समाधान के लिए सभी कदम उठाए गए हैं। वहीं राज्य प्रशासन को ऐसी शिकायतें भी मिली हैं कि कुछ इलाकों में अभी तक खाना नहीं पहुंचा है। हम उन पीड़ितों के नंबर अधिकारियों को भेज रहे हैं, जिन्हें खाना नहीं मिला है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि अधिकारी लापरवाही बरतेंगे तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने विजयवाड़ा कलक्ट्रेट में मीडिया से बात की और कहा कि शहर में हर संभाग के लिए एक वरिष्ठ आईएएस की नियुक्ति की गयी है। 32 आईएएस अधिकारी राहत अभियान में लगे हैं। उन्होंने कहा कि वे स्वयं होटल, भोजनालय के मालिकों के साथ बैठक कर दस जिलों से भोजन उपलब्ध करा रहे हैं। उन्होंने पीड़ितों को तीन समय का भोजन उपलब्ध कराने का आदेश दिया है। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा है कि अंतिम पीड़ित को भी मदद मिलनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘बाढ़ के कारण गरीबों की पीड़ा अवर्णनीय है। कुछ घरों में सांप-बिच्छू घुस गए। इस कारण उन सभी को पीड़ा और भय रहता है। सभी अधिकारी मानवीय दृष्टिकोण से कार्य करें। हम प्राप्त सहायता के आधार पर आईवीआरएस का संचालन कर रहे हैं।‘
सीएम चंद्रबाबू ने कहा कि वो रैंडम जांच भी कर रहे हैं। ऐसे में राज्य के सभी कर्मचारी अपनी सर्वश्रेष्छ सेवा सुनिश्चित करें। राज्य के सभी लोगों से अपील करते हुए सीएम ने कहा कि हमें इस कठिन समय में पीड़ितों के साथ खड़ा होना चाहिए। आप किसी भी तरह से मदद कर सकते हैं।
वहीं मुख्यमंत्री ने खेद व्यक्त किया कि संकट के समय में साजिशें हो रही हैं, जब लोग मुसीबत में हों तो उनका समर्थन करना चाहिए.. कोई गंदी राजनीति नहीं। इन परिस्थितियों में क्या आप गुडलवल्लेरु हॉस्टल की गुप्त कैमरा की घटना पर ध्यान केंद्रित करेंगे? उन्होंने कहा कि वो प्रकाशम बैराज में नावों की घटना की जांच करेंगे। हाल की कुछ घटनाएं संदिग्ध हैं।
इस बीच भारतीय नौसेना विशाखापट्टनम की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि आंध्र प्रदेश में भारतीय नौसेना के प्रयासों से बाढ़ में फंसे 22 कर्मियों को बचाया गया है। आंध्र प्रदेश में लगातार बारिश के बाद बाढ़ जैसी स्थिति के कारण स्थानीय प्रशासन से प्राप्त अनुरोध पर भारतीय नौसेना के विमान, बाढ़ राहत दल (एफआरटी) और विशाखापत्तनम में पूर्वी नौसेना कमान से गोताखोरी दलों को राज्य में मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) प्रयासों को बढ़ाने के लिए तैनात किया है।
खोज एवं बचाव (एसएआर) कवर प्रदान करने के लिए चार हेलीकॉप्टर (02 एएलएच और 02 चेतक) और एक डोर्नियर विमान तैनात किए गए हैं। अब तक 22 फंसे हुए कर्मियों को बचाया गया है और फंसे हुए व्यक्तियों के लिए 1000 किलोग्राम से अधिक भोजन हवाई मार्ग से गिराया गया है। बचाव प्रयासों को बढ़ाने के लिए 10 एफआरटी भी तैनात किए गए हैं। आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए अतिरिक्त नौसेना की संपत्ति और संबंधित गियर के साथ बचाव दल को अतिरिक्त दल तैयारी पर रखा गया है।