कर्नाटक – यौन उत्पीड़न के मामले में नाम सामने आने के बाद जनता दल सेक्यूलर (JDS) के पूर्व नेता और सांसद प्रज्वल रेवन्ना जर्मनी भाग गए हैं. गुरुवार (2 मई) को विदेश मंत्रालय ने बताया कि प्रज्वल रेवन्ना डिप्लोमेटिक पासपोर्ट के जरिए जर्मनी भागे हैं. मंत्रालय ने यह भी बताया कि रेवन्ना को वीजा नोट भी जारी नहीं किया गया था. तो बिना वीजा के रेवन्ना को जर्मनी में एंट्री कैसे मिल गई? इसकी वजह है ऑपरेशनल वीजा एग्जम्पशन एग्रीमेंट और डिप्लोमेटिक पासपोर्ट.
इस समझौते के तहत भारतीय 34 देशों में वीजा के बगैर डिप्लोमेटिक पासपोर्ट के जरिए 90 दिन तक रह सकते हैं, लेकिन डिप्लोमेटिक पासपोर्ट हर किसी को जारी नहीं किया जाता है. सांसद, राजनयिक और हाई लेवल सरकारी अधिकारियों के लिए ही यह सुविधा है. प्रज्वल रेवन्ना कर्नाटक की हसन लोकसभा सीट से सांसद हैं. उन पर कई महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोप लगे हैं.