पुणे : पुणे कार हादसे में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है और यह बात सामने आई है कि अग्रवाल परिवार के लिए पुलिस की बर्बरता कोई नई बात नहीं है। साथ ही अग्रवाल परिवार का अंडरवर्ल्ड कनेक्शन भी सामने आया है और इसके बारे में जानकारी भी मिली है. विशाल अग्रवाल के पिता सुरेंद्र कुमार अग्रवाल के अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन से रिश्ते की बात सामने आई है. पुणे में शराब के नशे में गाड़ी चलाकर दो लोगों की जान लेने वाले नाबालिग वेदांत अग्रवाल के पिता विशाल अग्रवाल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इस मामले में उसे गिरफ्तार कर लिया गया है और खुलासा हुआ है कि उसके परिवार का छोटा राजन से रिश्ता है.
वेदांत अग्रवाल के दादा ने अपने भाइयों के साथ संपत्ति विवाद में छोटा राजन से मदद मांगी थी। इस मामले में यह बात सामने आई है कि सुरेंद्र कुमार अग्रवाल के खिलाफ बंड गार्डन पुलिस स्टेशन में अजय भोसले नाम के शख्स की हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया है. पुणे पुलिस ने उनके खिलाफ सिर्फ आईपीसी की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था, हालांकि इस मामले में कोई मुकदमा चलने की उम्मीद नहीं थी. आरोप पत्र दाखिल होने तक विशाल अग्रवाल के पिता सुरेंद्र कुमार अग्रवाल को गिरफ्तार नहीं किया गया था.
यह पता चला है कि वेदांत अग्रवाल की वकालत करने आए उसके दादा सुरेंद्र अग्रवाल का सीधा संबंध छोटा राजन से है। वर्ष 2007-08 के बीच का एक मामला सामने आया है। बॉम्बे सेशन कोर्ट में छोटा राजन से जुड़े सभी मामले सीबीआई को सौंपे गए। इसमें यह मामला भी शामिल है. इस मामले में सुरेंद्र अग्रवाल ने बैंकॉक जाकर छोटा राजन के गुर्गे विजय तांबट से मुलाकात की थी. उसने मांग की थी कि राजन उसके भाई के साथ संपत्ति विवाद में उसकी मदद करे। बाद में उन पर अजय भोसले की हत्या की कोशिश का मामला दर्ज किया गया.
इस मामले में सिर्फ आईपीसी की धारा लगाई गई जबकि पुलिस से मोक्का लगाने की उम्मीद थी. साथ ही आरोप पत्र दाखिल होने तक सुरेंद्र अग्रवाल को गिरफ्तार नहीं किया गया था. बाद में छोटा राजन को भारत लाए जाने के बाद उससे जुड़े सभी मामले सीबीआई को ट्रांसफर कर दिए गए. अब खुलासा हुआ है कि ये मामला सुरेंद्र अग्रवाल का है. शराब के नशे में गाड़ी चलाने वाले नाबालिग वेदांत अग्रवाल को जेल में शाही इलाज मिला और 15 घंटे के भीतर जमानत दे दी गई। लेकिन अब यह साफ हो गया है कि इससे पहले भी पुलिस ने उनके दादा के मामले में उनकी मदद के लिए विशेष प्रयास किये थे. ऐसे में यह बात सामने आई है कि अग्रवाल परिवार पर पुणे पुलिस का हाथ पहले से ही है.