मुंबई, 14 सितंबर । महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को नागपुर में कहा कि एनसीपी (एसपी) नेता एकनाथ खडसे को भाजपा में फिर से शामिल करने का फैसला पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व गणेशोत्सव के बाद लेगा। उन्होंने यह भी कहा कि कच्चे और परिष्कृत सूरजमुखी और सोयाबीन तेलों पर सीमा शुल्क बढ़ाने के केंद्र के फैसले से किसानों को काफी फायदा होगा।
नागपुर हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बात करते हुए खडसे की भारतीय जनता पार्टी में संभावित वापसी पर एक सवाल का जवाब देते हुए फडणवीस ने कहा, “भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व जो भी फैसला लेगा, उसे स्वीकार किया जाएगा। हम पार्टी नेतृत्व के साथ बातचीत करेंगे और चल रहे गणेश उत्सव के बाद फैसला किया जाएगा।”
भाजपा के पूर्व नेता खडसे के भाजपा में लौटने की अटकलें तब तेज हो गईं, जब भाजपा ने उनकी बहू रक्षा खडसे को फिर से लोकसभा उम्मीदवार बनाया और उनके जीतने के बाद उन्हें केंद्रीय राज्य मंत्री बनाया। इस साल की शुरुआत में खडसे द्वारा इच्छा व्यक्त करने के बावजूद भाजपा की ओर से उनके फिर से शामिल होने की कोई घोषणा नहीं की गई है।
इस सप्ताह की शुरुआत में खडसे ने कहा, “मैं भाजपा में लौटने का इच्छुक नहीं था लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इस पर जोर दिया। जब मैं भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा से मिला, तो उन्होंने मुझे दुपट्टा पहनाकर सम्मानित किया और घोषणा की कि मैं भाजपा का हिस्सा बन गया हूं।”
खडसे अक्टूबर 2020 में भाजपा छोड़ने के बाद अविभाजित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में शामिल हो गए। उन्होंने तब फडणवीस पर उनके राजनीतिक करियर को नष्ट करने की कोशिश करने का आरोप लगाया था।
पत्रकारों से बात करते हुए फडणवीस ने कच्चे और परिष्कृत सूरजमुखी और सोयाबीन तेलों पर मूल सीमा शुल्क में बढ़ोतरी का स्वागत किया। सरकार ने शुक्रवार को कच्चे पाम, सोयाबीन और सूरजमुखी के बीज के तेल पर मूल सीमा शुल्क शून्य से बढ़ाकर 20 प्रतिशत कर दिया और रिफाइंड पाम, सोयाबीन और सूरजमुखी के तेल पर मूल सीमा शुल्क 12.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 32.5 प्रतिशत कर दिया। साथ ही प्याज के निर्यात पर शुल्क भी 40 प्रतिशत से घटाकर 20 प्रतिशत कर दिया, जो 4 मई से लागू था।
उन्होंने कहा, “मोदी सरकार ने बहुत महत्वपूर्ण निर्णय लिये हैं ताकि किसानों को उनकी उपज का अच्छा मूल्य मिले। इन कदमों से किसानों को काफी फायदा होगा।”
उन्होंने कहा, “पहले प्याज के मुद्दे पर संकट खड़ा हो गया था लेकिन प्याज पर निर्यात शुल्क में कटौती का सरकार का फैसला इस फसल के उत्पादकों के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा। इन सभी फैसलों से सोयाबीन, प्याज और बासमती चावल के किसानों को फायदा होगा और इससे कपास उत्पादकों को भी अप्रत्यक्ष रूप से फायदा होगा।”
पोर्ट ब्लेयर का नाम बदलकर श्री विजयपुरम करने की सराहना करते हुए फडणवीस ने कहा कि गुलामी के प्रतीकों को हटा दिया जाना चाहिए।