नई दिल्ली – देश के हवाईअड्डों और एयरलाइंस पर लगातार बम की धमकियों के बीच ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (बीसीएएस) ने एक सख्त फैसला लिया है। नियामक संस्था झूठी धमकी देने वाले लोगों को 5 साल के लिए उड़ान भरने से प्रतिबंधित करने पर विचार कर रही है। बीसीएएस से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि पिछले कुछ महीनों में फर्जी बम की धमकी के मामलों में बढ़ोतरी हुई है, इसलिए एजेंसी शरारती तत्वों पर नकेल कसने की योजना बना रही है.
सूत्रों के मुताबिक, हवाईअड्डों और एयरलाइंस को गलत जानकारी देने के आरोप में देशभर में अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। मेरठ के एक नाबालिग ने दिल्ली एयरपोर्ट पर बम होने की सूचना दी थी. किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष काउंसलिंग के बाद उसे रिहा कर दिया गया है. संगठन के अधिकारियों ने कहा कि झूठी अफवाहों के कारण यात्रियों और सुरक्षा एजेंसियों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
अब तक 41 हवाईअड्डों को धमकियां मिल चुकी हैं
दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु, लखनऊ, वाराणसी, कोयंबटूर, वडोदरा, जयपुर, नागपुर, पुणे, पटना और जबलपुर समेत देश के करीब 41 हवाईअड्डों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। हालांकि जांच के दौरान ये बात सामने आई है कि ये धमकियां झूठी हैं. अफवाहों के कारण कई उड़ानों में देरी हुई, जबकि कई को आपातकालीन स्थिति में अन्य हवाई अड्डों की ओर मोड़ दिया गया। साथ ही सुरक्षा बलों पर जांच का अतिरिक्त बोझ डाल दिया गया.