मुंबई – लोकल आर्म्स ब्रांच मुंबई पुलिससे जुड़े सिपाही विशाल पवार की मौत क्या फटकामार गिरोह और इस गिरोह द्वारा दिए गए किसी जहरीले इंजेक्शन की वजह से हुई? रेलवे पुलिस को अपनी जांच में इस दावे के कोई सबूत नहीं मिले हैं। जांच टीम को इस बात का भी कोई सबूत नहीं मिला है कि सायन माटुंगा के दौरान ऐसी कोई वारदात हुई थी। साथ ही, सीसीटीवी में भी ऐसा कुछ दिख नहीं रहा है कि विशाल ने माटुंगा स्टेशन पर रात बिताई थी। विशाल पवार की बुधवार को ठाणे के एक अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। उन्होंने मृत्यु से पूर्व कोपरी पुलिस में जो शिकायत दर्ज़ कराई थी, उसके मुताबिक, सोमवार को लोकल ट्रेन में सफर के दौरान रात 9:30 बजे सायन-माटुंगा रेलवे स्टेशन के बीच फटकामार गिरोह ने उनके हाथ पर वार किया और मोबाइल फोन लेकर भागते समय उन्हें ज़हरीला इंजेक्शन दे दिया। इससे वह बेहोश हो गए । वह रात 1 बजे तक ट्रैक के पास पड़े रहे। इसके बाद उठकर माटुंगा रेलवे स्टेशन पहुंचे और सुबह की ट्रेन पकड़कर 11:30 बजे अपने घर ठाणे कोपरी चले गए। कोपरी पुलिस को बाद में बताया गया था कि उस रात बाद में उन्हें उल्टी होने लगी और उनके चचेरे भाई ने उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज़ के दौरान बुधवार को विशाल पवार की मौत हो गई।