नई दिल्ली- राहुल गांधी के बयान पर महाराष्ट्र विधान परिषद में हंगामा हो गया. इसी बयान पर प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह ने संसद में सीधे तौर पर आपत्ति जताई. राहुल गांधी ने कहा कि त्रिशूल हिंसा का नहीं अहिंसा का प्रतीक है..राहुल गांधी ने गुरु नानक की तस्वीर भी दिखाई..जिस पर बीजेपी सांसदों ने आपत्ति जताई..भगवान महादेव और गुरुनानक कहते हैं ‘डर’..लेकिन हिंसा में एक ऐसा देश जो खुद को हिंदू कहता है, राहुल गांधी ने बीजेपी पर इसे फैलाने का आरोप लगाया, जिस पर प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह और सभी बीजेपी सांसदों ने आपत्ति जताई.
राहुल गांधी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा में हिस्सा लिया.. इस बार उन्होंने संविधान हाथ में लिया और बोलना शुरू किया. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी पर हमला बोलना शुरू कर दिया. झूठे मुक़दमे का आरोप लगाया. ईडी जांच का भी जिक्र किया गया. भारत अघाड़ी के नेताओं को जेल में डाल दिया गया लेकिन उनमें सरकार से लड़ने की हिम्मत कैसे हुई? यह कहते हुए राहुल गांधी ने भगवान शंकर, महावीर, गुरु नानक, जीसस जैसे विभिन्न धर्मों के भगवानों की तस्वीरें लीं. वो सब कहते हैं ‘दारो मत’.. ऐसा कहा. इस तरह उन्होंने एक विवादित बयान दे डाला. जो लोग खुद को हिंदू कहते हैं वे दिन-रात हिंसा और नफरत फैलाते हैं।’ खुद प्रधानमंत्री मोदी ने भी खड़े होकर विरोध जताया. पूरे हिंदू समुदाय को हिंसक कहना गंभीर मामला है… गृह मंत्री अमित शाह ने मांग की कि राहुल गांधी को पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए.