नई दिल्ली – बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान रेमल बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तट से टकराया. इस तूफान के कारण आज बांग्लादेश के तटीय इलाकों में भारी बारिश हुई. तेज हवाओं के कारण इस इलाके में पेड़ उखड़ गये हैं. कुछ इलाकों में बिजली के खंभे गिरने से लाइट भी गुल हो गई. इस बीच रविवार रात कोलकाता में 140 मिमी बारिश हुई. इस बारिश के कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई. कई जगहों पर परिवहन सेवाएं बाधित हुईं. मौसम विभाग के मुताबिक, ‘बांग्लादेश के मोंगला बंदरगाह और पश्चिम बंगाल द्वीप समूह के तटीय इलाकों में 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं।’ बांग्लादेश समेत पश्चिम बंगाल तक मिट्टी के घर जमींदोज हो गए हैं। इस तूफ़ान में एक व्यक्ति की मौत हो गई. इस बारिश के दौरान लाइटें गुल होने से लोगों को अंधेरे में रहना पड़ा।
भारत और बांग्लादेश ने इस तूफान के मद्देनजर तैयारी कर ली थी. मोंगला, चटगांव बंदरगाह, तटीय क्षेत्रों से लगभग 8 लाख लोगों को स्थानांतरित किया गया। भारत में 100,000 लोग गाँवों से विस्थापित हुए। बांग्लादेश की राजधानी ढाका में चक्रवात से बचाव के लिए 8,000 आश्रय स्थल बनाए गए। भारत में नौसेना ने नावें, विमान, औषधियाँ तैयार कर ली थीं। भारी बारिश और तेज हवा के कारण सड़क पर पानी भर गया. कुछ जगहों पर पेड़ उखड़ गए हैं. मौसम विभाग के मुताबिक, सोमवार को तट से टकराने के बाद तूफान उत्तर की ओर बढ़ रहा है. हालांकि यह कमजोर हो गया है लेकिन तूफान का असर अगले दो दिनों तक बना रह सकता है. पश्चिम बंगाल के उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्वी मेदिनीपुर में बारिश का रेड अलर्ट दिया गया है.