नई दिल्ली – पिछले दिनों आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने दिल्ली आकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। जब इस मुलाकात की तस्वीर सामने आई तब लोगों ने इसके अलग-अलग मायने निकाले। ऐसा अनुमान लगाया गया कि चंद्रबाबू अपने राज्य के लिए मांगों के साथ मिलने गए हैं। यह अनुमान लगभग सही साबित हुआ है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के एक हफ्ते के भीतर, केंद्र ने आंध्र प्रदेश में 60,000 करोड़ रुपये के निवेश के साथ एक तेल रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल हब स्थापित करने की एक बड़ी मांग मान ली है। केंद्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार में प्रमुख सहयोगी नायडू ने राज्य में रिफाइनरी स्थापित करने की तैयारियों पर चर्चा करने के लिए बुधवार को भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) के बड़े अधिकारियों से मिले।
नायडू के 16 सांसद बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार को समर्थन दे रहे हैं। हालांकि नायडू कह रहे हैं कि उनके मन में अपने राज्य का हित है। रिफाइनरी राज्य के विभाजन के समय की गई एक प्रतिबद्धता है। बीपीसीएल और पेट्रोलियम मंत्रालय की ओर से अभी इस कदम के बारे में कुछ नहीं कहा गया है। वहीं चंद्रबाबू नायडू ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि हमारे राज्य में महत्वपूर्ण पेट्रोकेमिकल क्षमता है। मैंने अधिकारियों के साथ एक मीटिंग की है और पेट्रोलियम हब को लेकर विस्तृत चर्चा हुई है।