मुंबई – बीजेपी के नवनियुक्त प्रदेश प्रभारी केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव और प्रभारी केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव की मौजूदगी में बीजेपी की अहम बैठक हुई. लोकसभा के नतीजे आने के बाद कई स्तरों से यह बात उठ रही है कि अजित पवार को महागठबंधन में नहीं चाहिए. इसे लेकर अब सार्वजनिक बयान दिए जा रहे हैं. हालांकि, बीजेपी के नए प्रदेश प्रभारी और सह-प्रभारी की मौजूदगी में हुई पहली कोर कमेटी की बैठक में महागठबंधन के तौर पर चुनाव लड़ने का विचार रखा गया. करीब चार घंटे तक चली इस बैठक में ‘एकला चलो रे’ की भाषा का इस्तेमाल नहीं करने, बल्कि जिला स्तर पर भी महागठबंधन के तौर पर काम करने का निर्देश दिया गया. शनिवार को बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव का रोडमैप भी तय किया गया. इसके लिए समिति के सदस्य विभागवार दौरा कर रहे हैं.
इस मौके पर बीजेपी के नवनियुक्त प्रदेश प्रभारी केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव और सह प्रभारी केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव की मौजूदगी में बीजेपी की एक अहम बैठक संपन्न हुई. उनके साथ प्रदेश भर से 40 अहम नेता शामिल हुए बैठक। इस बैठक में विधानसभा चुनाव का रोडमैप तय किया गया है और कानून के मुताबिक विस्तृत योजना भी बनाई जाएगी. समझा जाता है कि इस रोडमैप के क्रियान्वयन के लिए जल्द ही एक और बैठक होगी. बीजेपी अपने सहयोगियों के साथ मिलकर आगामी चुनाव लड़ेगी और महागठबंधन की जीत का रोडमैप तैयार हो चुका है. राज्य का बजट सभी घटकों के हित के लिए है.
मीडिया से बात करते हुए आशीष शेलार ने कहा कि सर्वांगीण विकास के लिए पेश किए गए बजट पर राज्य सरकार को बधाई देने का प्रस्ताव भी पारित किया गया. 10 जुलाई तक राज्य के सभी 288 विधानसभा क्षेत्रों के 700 से अधिक मंडलों में सहयोगी दलों के साथ व्यक्तिगत रूप से जाकर जनता को बजट के प्रावधानों की विस्तृत जानकारी देने का अभियान चलाया जायेगा. लोकसभा के बाद बीजेपी, शिंदेसेना और अजित पवार गुट के बीच पैदा हुए तनाव को दूर करने की पहल बीजेपी की ओर से ही किये जाने के संकेत मिल रहे हैं. विधानसभा के लिए उम्मीदवारों का चयन करते समय सामाजिक, राजनीतिक और जातीय समीकरणों का कड़ाई से अध्ययन किया जाएगा। बैठक में लोकसभा में गलतियों की पुनरावृत्ति से बचने पर भी चर्चा हुई. विपक्ष की झूठी कहानी का जवाब देने के लिए कुछ नेताओं को चुना जाने वाला है.