नई दिल्ली – एनडीए के नेता नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की रविवार को शपथ लेने जा रहे हैं। उनसे पहले देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के नाम यह उपलब्धि रही है। ‘मोदी 3.0’ सरकार की कैबिनेट में हिस्सेदारी को लेकर बीजेपी नेतृत्व और सहयोगी दलों में गहन विचार-विमर्श चल रहा है। अमित शाह, राजनाथ सिंह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत बीजेपी के टॉप नेता टीडीपी और जेडीयू समेत सभी सहयोगी दलों से चर्चा कर रहे हैं। माना जा रहा है कि इस बार बिहार से सबसे ज्यादा मंत्री हो सकते हैं। साथ ही, पिछली सरकार में मंत्री रहे कुछ बड़े नाम ड्रॉप हो सकते हैं। इनमें से कुछ को बीजेपी संगठन में जिम्मेदारी दी जा सकती है। लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बड़ा झटका देने वाले यूपी से मंत्रियों की संख्या इस बार कम होने का अनुमान है।
सहयोगी जेडीयू की वजह से इस बार बिहार को ज्यादा मंत्री पद मिल सकते हैं। माना जा रहा है कि बिहार से तीन बीजेपी के और तीन जेडीयू के मंत्री हो सकते हैं। चिराग पासवान और जीतन राम मांझी की पार्टी को एक-एक पद मिल सकता है। चर्चा है कि टीडीपी 4-5 मंत्री पद चाह रही है। वह बाहर से समर्थन देने की भी सोच रही है। हालांकि आधिकारिक रूप से सभी ने यही कहा है कि हमारी कोई मांग नहीं है। कैबिनेट में साउथ इंडिया को अच्छा प्रतिनिधित्व मिलने के संकेत हैं। केरल में पहली बार बीजेपी का खाता खोलने वाले सुरेश गोपी को भी मंत्रिपरिषद में जगह मिल सकती है।