शिमला, 3 अक्टूबर । शराब पीकर वाहन चलाने वाले चालकों के खिलाफ हिमाचल पुलिस का राज्यव्यापी अभियान चल रहा है। इस अभियान के पहले आठ दिनों यानी 24 सितंबर से लेकर पहली अक्टूबर तक पुलिस ने शराब पीकर गाड़ी चलाने पर 290 चालकों की गिरफ्तारी की है। इस दौरान राज्य भर में ड्रंकन ड्राइविंग के नाकों में 46,901 वाहनों की जांच की गई। इनमें 1246 चालकों के चालान किए गए, वहीं ड्रंकन ड्राइविंग के मामलों में 483 चालकों का ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित करने की अदालत से सिफारिश की गई।
हिमाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक डॉ. अतुल वर्मा ने बताया कि ये अभियान 24 सितंबर को शुरू हुआ और आठ अक्तूबर तक जारी रहेगा। इस अभियान का उद्देश्य शराब पीकर गाड़ी चलाने की समस्या से निपटना, सड़क दुर्घटनाओं को कम करना और सुरक्षित और जिम्मेदार ड्राइविंग संस्कृति को बढ़ावा देना है।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने शराब पीकर गाड़ी चलाने के लिए 1,246 चालान जारी किए, जबकि पूरे साल में औसतन हर सप्ताह 195 चालान काटे जाते थे। सख्त कदम उठाते हुए शराब पीकर गाड़ी चलाने के लिए मोटर वाहन अधिनियम की धारा 202 के तहत 290 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि 24 सितंबर से पहले सक्रिय वर्ष में 51 गिरफ्तारियां हुई थीं।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने इस अभियान के दौरान शराब पीकर गाड़ी चलाने के लिए संबंधित लाइसेंसिंग अधिकारियों को 483 ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित करने की संस्तुति की, जबकि इस साल 24 सितंबर से पहले हर सप्ताह औसतन 53 लाइसेंस निलंबित किए गए थे।
सोलन में सर्वाधिक चालान, मंडी में सबसे ज्यादा गिरफ्तारियां
पुलिस का ये अभियान सभी 15 पुलिस जिलों में चल रहा है। सोलन जिला में बीते आठ दिनों में सर्वाधिक 143 वाहन चालकों के चालान हुए, जबकि लाहौल स्पीति जिला में सबसे कम सात चालान काटे गए। बद्दी में 106, बिलासपुर में 108, चम्बा में 60, हमीरपुर में 25, कांगड़ा में 85, किन्नौर में 26, कुल्लू में 126, नूरपुर में 88, शिमला में 133, सोलन में 143, ऊना में 49, सिरमौर में 80, देहरा में 23 वाहन चालकों के चालान हुए। सोलन में सबसे ज्यादा 89 चालकों के लाइसेंस सस्पेंड करने की सिफारिश हुई। इसी तरह बद्दी में 17, बिलासपुर में 59, चंबा में 38, हमीरपुर में 8, कांगड़ा में 35 किन्नौर में 21, कुल्लू में 11, लाहौल स्पीति में चार, मंडी में 53 नूरपुर में 44, शिमला में 23 सोलन में 89, ऊना में 14, सिरमौर में 18 और देहरा में सात चालकों के लाइसेंस सस्पेंड करने की सिफारिश की गई। ड्रिंकिंग ड्राइविंग के मामलों में हमीरपुर, शिमला और लाहौल स्पीति को छोड़कर अन्य सभी जिलों में गिरफ्तारियां हुईं। मंडी जिला में शराब पीकर वाहन चलाने पर सबसे ज्यादा 51 लोग गिरफ्तार हुए।