छत्रपति संभाजीनगर। भाजपा की बीड लोकसभा उम्मीदवार पंकजा मुंडे ने शुक्रवार को कहा कि वह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहती थीं और महाराष्ट्र में काम करना चाहती थीं। बीड धामनगांव में शुक्रवार को मुंडे का जोरदार स्वागत किया गया।
उन्होंने कहा कि राज्य के लोग उनसे प्यार करते हैं और मुझे विवेक से निर्णय लेना होगा। कुछ लोगों ने सोचा कि 2019 में परली से विधानसभा चुनाव में हार के बाद मेरी दुकान बंद हो जाएगी। लेकिन यह इस तरह से खत्म नहीं होगा।
उन्होंने दावा किया कि राजनीति करते समय वोटों का गणित अलग होता है। इससे पहले मुंडे ने कहा कि अगर चुनाव प्रचार के दौरान उनकी जाति का जिक्र किया जाता है तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है। मुंडे ने कहा कि मैंने काम करते समय कभी लोगों की जाति नहीं देखी। मैंने उन गांवों को भी करोड़ों का फंड दिया, जहां मेरे लिए वोट नगण्य थे। मैं अपने प्रतिद्वंद्वी को हमेशा प्रतिस्पर्धी के रूप में देखती हूं।
मुंडे ने कहा कि वह यहं अपने पार्टी सहयोगी और पुणे लोकसभा उम्मीदवार मुरलीधर मोहोल और अहमदनगर के नेताओं से मिलीं और उन्हें नहीं लगा कि महाराष्ट्र में जातिवाद है।