धर्मशाला – पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद ने सुरेश कश्यप ने कहा कि हाल ही में हुए उपचुनावों के बाद प्रदेश विधानसभा में भाजपा का संख्याबल बढ़ा है। इन उपचुनावों के बाद भाजपा विधायकों की संख्या 25 से बढ़कर 28 पंहुच गई है। उन्होंने सोमवार को जारी एक बयान में कहा कि 2022 में जब विधानसभा चुनाव हुए तो कांग्रेस पार्टी के उस समय 40 विधानसभा सदस्य और तीन निर्दलीय विधानसभा सदस्य थे। इनकी कुल संख्या 43 सदस्यों की थी। वही कांग्रेस की बड़ी संख्या के आगे भाजपा के केवल 25 विधानसमा सदस्य बने। हिमाचल की जनता ने बहुत बड़ी बड़ी उम्मीदे कांग्रेस सरकार एवं मुख्यमंत्री सुखविंद्र सुक्खू से लगाई क्योंकि सरकार बनाने से पूर्व बड़ी बड़ी घोषणाएं और गारंटियां दी गई थी।
उन्होंने कहा कि हिमाचल में हुए चुनावों में भाजपा को लोक सभा चुनावों में बड़ी जीत हासिल हुई और साथ ही उपचुनावों में तीन विस में भाजपा की जीत हुई। इससे भाजपा का संख्या बल 28 हो गया है और मजबूत कांग्रेस 40 पर आ कर खड़ी हो गई है। कश्यप ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनते ही 2023 से जनता के सपने टूटने लगे और उनके द्वारा दी गई गारंटियां झूठी साबित होने लगी। यही बजह रही कि सुक्खू से नाराज विधायकों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोला और भाजपा का दामन थामा।