मुंबई, 04 नवंबर । मराठा नेता मनोज जारांगे पाटिल ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने की सोमवार को घोषणा की है। उन्होंने जालना में कहा कि मराठा समाज के उम्मीदवार आज अपना नामांकन वापस लें ले। उन्होंने कहा कि मराठा समाज के लोग अपने विवेक से तय करें, किसे जीताना है और किसे पराजित करना है।
मनोज जारांगे सोमवार को जालना में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हम आज तड़के साढ़े तीन बजे तक चर्चा कर रहे थे। हम अपने सहयोगियों के साथ इस चुनाव में दलित और मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में उतारने जा रहे थे क्योंकि, एक जाति के दम पर चुनाव लड़ने और जीतना संभव नहीं है। हम नए हैं। राजनीति में अगर हम कोई उम्मीदवार खड़ा करते हैं और वह हार जाता है, तो यह जाति के लिए शर्म की बात होगी। इसलिए, मैं सभी मराठा उम्मीदवारों से अपनी उम्मीदवारी वापस लेने का अनुरोध करता हूं।
उन्होंने कहा कि एक जाति के आधार पर चुनाव नहीं जीता जा सकता, इसीलिए यह निर्णय लिया गया कि हमें चुनाव नहीं लड़ना चाहिए। राजनीतिक प्रक्रिया में हेरफेर करना कोई आसान काम नहीं है।
जारांगे के व्यक्तव्य का राकांपा एपी नेता छगन भुजबल ने स्वागत किया है। छगन भुजबल ने कहा कि मनोज जारांगे मराठा समाज के लिए काम कर रहे हैं लेकिन चुनाव लड़ते समय सभी समाज के लोगों का विश्वास हासिल करना पड़ता है।
वहीं छत्रपति संभाजी राजे ने कहा कि मनोज जारांगे ने चुनाव से हटने का निर्णय क्यों लिया, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। मंगलवार को वे खुद मनोज जारांगे से मुलाकात करेंगे और चुनाव से पीछे हटने के कारणों को जानने का प्रयास करेंगे।