कोलकाता, 27 नवंबर । राज्य की कानून-व्यवस्था पर सीधी नजर रखने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार नवान्न में एक विशेष मॉनिटरिंग कक्ष स्थापित कर रही है। यह कक्ष पुलिस महानिदेशक (डीजी) के कंट्रोल रूम में तैयार किया जा रहा है, जहां से पूरे राज्य के सीसीटीवी फुटेज देखे जा सकेंगे। इसे 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले चालू करने का लक्ष्य रखा गया है।
यह पहल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की योजना के तहत और राज्य पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार की देखरेख में की जा रही है। नवान्न के पास डीजी कंट्रोल रूम में मॉनिटरिंग सेल के निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। वेस्ट बंगाल इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (वेबेल) और अन्य तीन एजेंसियां इस कक्ष के निर्माण में जुटी हैं।
अब तक राज्य में किसी घटना या अपराध की जांच के लिए संबंधित जिलों की पुलिस सीसीटीवी फुटेज का उपयोग करती थी। परंतु, इस नए मॉनिटरिंग कक्ष के माध्यम से नवान्न से ही सीधे राज्य के किसी भी हिस्से की घटनाओं पर नजर रखी जा सकेगी। चोरी, डकैती और अन्य आपराधिक मामलों में यह व्यवस्था पुलिस की निगरानी और कार्रवाई को और प्रभावी बनाएगी।
राज्य पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार, “अभी जिलों की पुलिस संबंधित क्षेत्र की सीसीटीवी फुटेज की मॉनिटरिंग करती है। लेकिन इस नए सिस्टम से नवान्न से सीधा मॉनिटरिंग किया जा सकेगा। यह कानून-व्यवस्था मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम है।”
हालांकि, इस परियोजना में कुछ चुनौतियां भी सामने आई हैं। राज्य के कई ग्रामीण इलाकों में अभी तक सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं, और जहां लगे हैं, उनमें से कई खराब हो चुके हैं। इन समस्याओं के समाधान के लिए सरकार ने खराब कैमरों की मरम्मत और नए कैमरे लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
नवान्न सूत्रों के अनुसार, प्रत्येक क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरों की स्थिति की जांच की जा रही है। जहां भी कैमरों की कमी या खराबी पाई जाएगी, उसे प्राथमिकता के आधार पर ठीक किया जाएगा।