जयपुर/डूंगरपुर- सागवाडा विधायक शंकरलाल डेचा ने गुरुवार को विधानसभा में वागड़ क्षेत्र में असामाजिक तत्वों द्वारा आये दिन सड़कों पर हो रही पत्थरबाजी का मुद्दा उठाया। विधायक ने सदन में वागड की वर्तमान परिस्थियों एवं हालात पर अपनी बात रखते हुए कहा कि आज वागड के हरेक अखबार पढकर और घटनाओं को देखकर और सुनकर मन द्रवित हो जाता है। आज एक भी दिन ऐसा न हो, जिस दिन क्षेत्र के अखबारो में पत्थरबाजी, लुट एवं चोरी की घटनाओं से भरा न हो। उन्होंने सदन को सम्बोधित करते हुए कहा कि वागड कभी अपनी शान्ती, सदभावना और भाईचारे की मिसाल हुआ करता था। आज पत्थरबाजी, लुट एवं चोरी की धटनाओं का अम्बार लगा है। 2018 से पहले तक यह क्षेत्र शान्त क्षेत्र की श्रेणी में आता था, आज अति संवेदनशील श्रेणी में आ गया है। उसका प्रमुख कारण 2018 में एक विचार क्रांति सामाजिक चिन्तन के नाम से इस क्षेत्र में आई, जिससे यहां के आदिवासी समाज के युवाओं और लोगों में जहर घोल दिया।
आदिवासी संस्कृति के प्रचार-प्रसार के नाम पर कुछ लोग आदिवासीयों को दिग्भ्रमित कर रहे है, उन्होंने यहाँ के बच्चों को सविधान की पांचवी अनुसुचि की बात को ऐसा तोड-मरोड के क्षेत्र में फैलाया जिसने यहाँ के युवाओ में एक अलग ही विचार उत्पन्न कर दिया। संस्कृति पर आक्रमण करते हुए “द प्रोटेक्शन आफ सिविल राईट एक्ट” जो संसद का कानुन 1955 का उपयोग करते हुए आदिवासी हिन्दू नहीं है, ऐसा भ्रम फैलाया गया और आम लोगों में यह भ्रम फैलाया की आदिवासीयों पर आईपीसी की धाराएं लागू नहीं होती, जिससे प्रभावित होकर आज पुरे वागड में क्राईम बढ गया और पत्थरबाजी की, चोरी एवं लुट की घटनाए बढ गयी। शाम सात बजे के बाद पत्थरबाजी की घटनाओं से डरकर आम लोग घर से बाहर काम से नहीं निकल रहे हैं।
विधायक ने कहा कि इन घटनाओं से पूरा आदिवासी समाज बदनाम हो रहा है जबकि आदिवासी हमेंशा सभी समाज का आदर सम्मान करता है। आज भी धुणीयों के मेंट-कोटवाल समाज की कुरितीयों को खत्म करने में लगे हुए है। उन्होंने हमेंशा समाज को सही मार्गदर्शन किया और धर्म, सत्य एवं परोपकार की भावना को बढाया, साथ ही प्राणी मात्र में दया, करूणा एवं सेवा की भावना का संचार किया तथा सही-गलत का हमेंशा मार्गदर्शन किया। यहां के सन्तो ने हमेंशा वसुधैव कुटुम्बकम की भावना हमारे समाज में भरी, आज उनकी आत्मा भी ऐसी घटनाओं से दुखी हो रही है।
विधायक ने कहा कि आज इन लोगों के होसले इतने बुलन्द हो गये है कि पावर बाइक पर आते हैं एवं साथ में लठ्ठ एवं हथियार लेकर अपने शराब पीने एवं फालतु के खर्चे हेतु गाडी रोककर पैसा मांगा जाता है एवं नहीं देने पर मारपीट की जाती है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों द्वारा गलत धारणा का प्रचार किया गया है उसी का परिणाम है कि पकडे जाने वाले युवाओं का आज माइण्ड वॉश हो रखा है जिस वजह से वह आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहें है। इस गलत धारणा का प्रचार-प्रसार कुछ सरकारी कर्मचारी भी कर रहे हैं जो समाज की मिटिंगो में शराब पीने एवं युवाओं को भडकाने का काम करते हैं तथा सामाजिक समरसता को बिगाड रहे है। इन घटनाओं की आड में कई बाहरी तत्व भी सक्रिय हो गये है जो यहां के आदिवासी युवाओं में ड्रग्स, नशे की लत लगा रहे हैं। विधायक ने मांग की है कि वागड़ क्षेत्र में स्पेशल टास्क फोर्स का गठन कर ऐसी घटनाओ पर अंकुश लगाया जावे।