ट्रेडिंग के नाम पर 53 लाख ठगने में सरगना समेत दो गिरफ्तार, दुबई से जुड़े हैं तार

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– ऑनलाइन ट्रेडिंग कर अधिक मुनाफे का लालच देकर करते थे ठगी

– शेयर मार्केटिंग में निवेश करने पर पीड़ित से 53 लाख रुपये ठगे

– बैंक खातों में करोड़ों के लेनदेन का खुलासा, 10 शिकायतें आईं सामने

देहरादून, 8 सितंबर । उत्तराखंड एसटीएफ के साइबर थाना कुमाऊं परिक्षेत्र पुलिस ने रविवार को साइबर ठगी के सरगना समेत दो लोगों को रुद्रपुर उधम सिंह नगर से गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपित सोशल मीडिया पर विज्ञापनों के माध्यम से ऑनलाइन ट्रेडिंग कर अधिक मुनाफे का लालच देकर ठगी करते थे। पुलिस ने इनके पास तीन मोबाइल, विभिन्न बैंकों के नौ डेबिट कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी और श्रम कार्ड आदि बरामद किया है। आरोपितों के तार दुबई से जुड़े हुए हैं।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ नवनीत सिंह ने रविवार को बताया कि जनपद उधमसिंह नगर निवासी एक पीड़ित ने अगस्त 2024 में ठगी का मुकदमा दर्ज कराया था। उसने बताया कि जून 2024 में फेसबुक पर एक ऑनलाइन ट्रेडिंग बिजनेस का विज्ञापन देखा और उसके लिंक पर क्लिक करने पर उसे एक अज्ञात वाट्सअप ग्रुप से जुड़ना बताया गया। चैटिंग के उपरांत शिकायतकर्ता को एक अन्य लिंक के माध्यम से गोल्डमैन सैक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड नाम के ग्रुप में जोड़कर ऑनलाइन स्टाक मार्केट शेयर खरीदे व बेचे जाना बताया गया। इन लोगों ने शिकायतकर्ता से विभिन्न बैंक खातों में लगभग 53 लाख रुपये जमा करा लिये। शिकायतकर्ता का आरोप है कि इन लोगों ने ऑनलाइन शेयर मार्केटिंग में निवेश करने पर शार्ट टर्म में अधिक मुनाफे का भरोसा देकर रुपये ठग लिए।

एसएसपी एसटीएफ सिंह ने बताया कि प्रकरण की गंभीरता के दृष्टिगत इसकी जांच प्रभारी निरीक्षक साइबर क्राइम अरुण कुमार को सुपुर्द की गई। इसके बाद साइबर क्राइम पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद मास्टरमांइड व मुख्य आरोपित गुरप्रीत सिंह पुत्र नरेंद्र सिंह निवासी द्वारिका इंक्लेव ग्राम छत्तरपुर थाना पंतनगर जनपद ऊधमसिंह नगर और प्रेमशंकर पुत्र लेखराज सिंह निवासी ग्राम खितौसा थाना भोजीपुरा जनपद बरेली उत्तर प्रदेश को मटकोट रुद्रपुर जनपद उधम सिंह नगर से गिरफ्तार कर लिया। जानकारी में आया कि आरोपित गुरप्रीत सिंह भारत से बाहर विदेशी साइबर अपराधियों के संपर्क में है। पूर्व में वह दुबई की भी यात्रा कर चुका है।

यह तरीका अपनाते थे अपराधी

आरोपित सोशल मीडिया के माध्यम से ट्रेडिंग बिजनेस का विज्ञापन प्रसारित कर लिंक के माध्यम से वाट्सअप ग्रुप में जोड़कर ऑनलाइन ट्रेडिंग कर शार्ट टर्म में अधिक मुनाफा कमाने का झांसा देकर इंवेस्ट के नाम पर लाखों रुपये ठगते थे। आरोपित वाट्सअप ग्रुप में विभिन्न शेयर में इंवेस्ट करने के नाम पर मुनाफा होने के फर्जी स्क्रीनशॉट भेजा करते थे और लोगों को झांसे में लेकर ठगी करते थे।

अन्य राज्यों से प्राप्त शिकायतों के संबंध में जानकारी जुटा रही पुलिस

पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि साइबर अपराध के लिए विभिन्न लोगों के नाम पर फर्जी चालू बैंक खाते खोलकर उन खातों का प्रयोग साइबर अपराध में ठगी गई धनराशि जमा करने व निकालने के लिए करते थे। आरोपित इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से एसएमएस अलर्ट नंबर व ईमेल आईडी का प्रयोग करते थे। इन बैंक खातों के बैंक स्टेटमेंट में करोड़ों रुपये के लेनदेन किया जाना पाया गया है। जांच में यह भी प्रकाश में आया है कि इन बैंक खातों के विरुद्ध देश के कई राज्यों में कुल 10 साइबर अपराध की शिकायतें दर्ज हैं। साइबर पुलिस देशभर के विभिन्न राज्यों से प्राप्त शिकायतों के संबंध में जानकारी के लिए अन्य राज्यों की पुलिस से संपर्क कर रही है।

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