मुंबई, 08 अक्टूबर । शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाखरे ने मंगलवार को महाविकास आघाड़ी में भावी मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा करने की मांग की है। उद्धव ठाकरे की इस मांग से महाविकास आघाड़ी में मतभेद बढ़ने की संभावना व्यक्त की जाने लगी है।
उद्धव ठाकरे आज दादर के शिवाजी सभागृह में शिवसेना यूबीटी की ओर से आयोजित राज्यव्यापी वज्र निर्धार परिषद को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस को भावी मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा करनी चाहिए, मैं उनका समर्थन करूंगा। उद्धव ठाकरे ने कहा कि चुनाव से पहले नेतृत्व घोषित करने से भितरघात की संभावना नहीं रहती है और सभी सच्चे मन से चुनाव लड़ते हैं।
उद्धव ठाकरे ने इससे पहले भी चुनाव पूर्व भावी मुख्यमंत्री का नाम घोषित करने की मांग की थी लेकिन राष्ट्रवादी कांग्रेस (एसपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा था कि इस समय महाविकास आघाड़ी को एकसाथ मिलकर चुनाव लड़ने पर फोकस किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री का नाम चुनाव जीतने के बाद आपस में मिलकर तय किया जाएगा।
इसी तरह कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि गठबंधन करके चुनाव लड़ने के समय मुख्यमंत्री के नाम का महत्व नहीं रहता है। चुनाव बाद बहुमत लाने वाले दल के साथ मिलकर मुख्यमंत्री का नाम तय करना पड़ता है। नाना पटोले ने कहा था कि यह मांग प्रासंगिक नहीं है लेकिन आज फिर से उद्धव ठाकरे ने फिर से इसी मुद्दे को उछाल दिया है। इसलिए महाविकास आघाड़ी के सहयोगी दलों में इस मुद्दे को लेकर तकरार बढ़ने की संभावना व्यक्त की जाने लगी है। हालांकि, अभी तक इस विषय पर कांग्रेस और राकांपा की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।