वाशिंगटन – खालिस्तान अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की कथित हत्या की साजिश मामले में भारत के कुछ अधिकारियों की भूमिका के बारे में द वाशिंगटन पोस्ट के दावे ने सबको चौंका दिया था। इस रिपोर्ट में खुलेआम भारत के शीर्ष अधिकारियों का नाम लिया गया था। ऐसे में अमेरिका में सेवा दे चुके कई भारतीय राजनयिकों का मानना है कि इस अप्रमाणित और भ्रामक रिपोर्ट छापने के पीछे अमेरिकी विदेश विभाग की भूमिका हो सकती है। ऐसा माना जाता है कि अमेरिकी विदेश विभाग का एक वर्ग भारत के साथ नजदीकियों से नाखुश है। ऐसे में वह फर्जी, मनगढंत और भ्रामक रिपोर्ट के जरिए दोनों देशों के बीच माहौल को खराब करना चाहता है।
स्ट्रैट न्यूज ग्लोबल ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और पूर्व रॉ प्रमुख सामंत गोयल का नाम उछालना एक सोची समझी साजिश का हिस्सा है। इससे वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट को और अधिक विश्वसनीयता प्रदान करना है। लेकिन ये आवश्यक रूप से रक्षा और सुरक्षा प्रतिष्ठान द्वारा साझा नहीं किए जाते हैं जो भारत को चीन के खिलाफ एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में देखते हैं। इन रिपोर्टों पर व्हाइट हाउस भी ध्यान नहीं दे रहा है।