भारतीय टीम के ऑलराउंडर खिलाड़ी स्टुअर्ट बिन्नी ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने का सोमवार को ऐलान कर दिया। बिन्नी ने अपने करियर में टीम इंडिया के लिए 6 टेस्ट, 14 वनडे और तीन टी-20 मुकाबले खेले। बिन्नी साल 2015 में खेले गए विश्व कप में भारतीय टीम का हिस्सा भी रहे थे। भारत के लिए उन्होंने अपना आखिरी मुकाबला वेस्टइंडीज के खिलाफ 2016 में खेला था और इसके बाद से वह टीम से बाहर चल रहे थे। इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद पूर्व भारतीय कप्तान और मौजूदा बीसीसीआई अध्यक्ष सौरभ गांगुली ने भविष्य के लिए उन्हें अपनी शुभकामनाएं दी है और साथ ही कर्नाटक क्रिकेट में उनके योगदान के लिए स्टुअर्ट बिन्नी की जमकर तारीफ भी की है।
गांगुली ने कहा, ‘ मैं स्टुअर्ट बिन्नी को उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं देना चाहता हूं। उनका लंबा करियर रहा है। प्रथम श्रेणी क्रिकेट एक अच्छे इंटरनेशनल का आधार है और इसमें स्टुअर्ट का बहुत बड़ा योगदान रहा है। कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ के लिए उनका योगदान स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। मैं उनके जीवन में सफलता की कामना करता हूं।’
बिन्नी ने अपना इंटरनेशनल डेब्यू न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज से किया था। वनडे क्रिकेट में खेले 14 मैचों में बिन्नी ने 28.75 की औसत से कुल 230 रन बनाए और 20 विकेट झटके। टी-20 में इस ऑलराउंडर का प्रदर्शन हालांकि कुछ खास नहीं रहा और 3 मुकाबलों में उन्होंने सिर्फ 35 रन बनाए। वहीं, गेंदबाजी में भी वह क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट में एक ही विकेट निकाल सके। टेस्ट क्रिकेट में बिन्नी ने इंग्लैंड के खिलाफ 2014 में अपना डेब्यू किया और इस फॉर्मेट में 194 रन बनाने के साथ-साथ 3 विकेट चटकाए।
वहीं, बीसीसीआई उपाध्यक्ष जय शाह ने बिन्नी को भारतीय क्रिकेट का एक सच्चा सेवक बताया है। शाह ने कहा, वह भारतीय क्रिकेट के एक सच्चे सेवक रहे हैं और घरेलू सर्किट में भी उनका काफी योगदान रहा है। उनका समपर्ण और ईमानदारी कई नए खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा होगी। मैं उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं।’