आईपीएल की पूर्व चैंपियन सनराइजर्स हैदराबाद के पूर्व कप्तान और सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर ने हाल में टीम से अलग होने का ऐलान किया था। वॉर्नर आईपीएल 2021 की शुरुआत में टीम के कप्तान थे, लेकिन इसके बाद खराब फॉर्म के चलते उनसे कप्तानी छीन ली गई थी। उनकी जगह न्यूजीलैंड के केन विलियम्सन को टीम का नया कप्तान बनाया गया था। इसके बाद आईपीएल 2021 के यूएई फेज में कुछ मैचों के बाद उन्हें टीम से भी बाहर कर दिया गया था। हैदराबाद से बाहर होने के बाद एक बार फिर से वॉर्नर ने अपना दर्द बयां किया है। वॉर्नर ने कहा है कि किसी ने उन्हें यह तक नहीं बताया कि क्यों उनसे कप्तानी छीनी गई। उन्होंने कहा कि टीम मालिकों के साथ-साथ स्पोर्ट स्टाफ के लिए भी उनके मन में काफी सम्मान है। ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज ने हालांकि साथ ही कहा कि जब भी कोई निर्णय लिया जाता है, तो इसे सर्वसम्मति से लिया जाना चाहिए।
वॉर्नर ने स्पोर्ट्स टूडे से कहा, ‘ टीम मालिकों के लिए अत्यंत सम्मान के साथ, ट्रेवर बेलिस, लक्ष्मण, टॉम मूडी और मुरलीधरण, जब कोई निर्णय लेते हैं तो उसे एकमत होना चाहिए। आप नहीं जानते कि कौन व्यक्ति आपके खिलाफ जा रहा है और कौन नहीं। मेरे लिए दूसरी निराशाजनक बात यह है कि मुझे यह तक नहीं बताया गया कि मुझे कप्तानी से क्यों हटाया गया। अगर आप फॉर्म की तर्ज पर जाना चाहते हैं, तो यह मुश्किल है क्योंकि मुझे लगता है कि आपने अतीत में जो कुछ भी किया है, उसका कुछ लाभ आगे मिलेगा।’
सलामी बल्लेबाज वार्नर ने यह भी कहा कि उन्होंने सनराइजर्स हैदराबाद के लिए 100 से अधिक आईपीएल मैच खेले हैं और आईपीएल 2021 में चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में केवल चार खराब मैचों अनुभव किया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से उनके साथ व्यवहार किया गया वह उनके लिए इसे पचाना मुश्किल है। वार्नर ने साथ ही यह भी कहा कि हैदराबाद उनका दूसरा घर है और वह एक बार फिर सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से आगे भी खेलना पसंद करेंगे। वॉर्नर ने आईपीएल में 150 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 41.60 की औसत और 139.97 के स्ट्राइक रेट से 5449 रन बनाए हैं। वॉर्नर ने आईपीएल में लगातार छह सीजन तक 5000 से ज्यादा रन बनाए हैं। वॉर्नर यह कारनामा करने वाले पहले बल्लेबाज हैं। उन्होंने 2014 से लेकर साल 2020 तक अपनी टीम के लिए हर सीजन में 500 से ज्यादा रन बनाए थे। वॉर्नर की कप्तानी में टीम 2016 में खिताब जीत चुकी है।