भारत और श्रीलंका के बीच 13 जुलाई से तीन मैचों की वनडे और फिर इतने ही मैचों की टी20 इंटरनेशनल सीरीज खेली जानी थी। श्रीलंकाई कैंप में कोविड-19 के कुछ मामले सामने आने के बाद इस सीरीज को रिशेड्यूल कर दिया गया। अब वनडे सीरीज 18 जुलाई से खेली जानी है। पहले सीरीज 13 जुलाई को शुरू होकर 25 जुलाई को खत्म होनी थी, लेकिन अब यह सीरीज 29 जुलाई को खत्म होगी। टीम इंडिया के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज और मौजूदा कमेंटेटर दीपदास गुप्ता का मानना है कि इससे भारतीय टीम को कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल विराट कोहली की कप्तानी वाली भारतीय टेस्ट टीम इस समय इंग्लैंड में है, जहां भारत को 4 अगस्त से पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है। भारत के युवा सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल चोट के चलते इस टेस्ट सीरीज से आउट हो गए हैं। लगातार इस बात पर चर्चा चल रही है कि भारत की लिमिटेड ओवर टीम से पृथ्वी शॉ और देवदत्त पडीक्कल को बैकअप सलामी बल्लेबाज के तौर पर इंग्लैंड भेजा जा सकता है।
अब लिमिटेड ओवर सीरीज रिशेड्यूल होने से भारतीय टीम मैनेजमेंट की परेशानी बढ़ सकती है। दीपदास गुप्ता ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, ‘इंग्लैंड के लिए जाने में अब सलामी बल्लेबाजों को 7 से 10 अतिरिक्त दिन लग सकते हैं। ऐसी बातें हो रही थीं कि शॉ और पडीक्कल को इंग्लैंड भेजा जाएगा। सीरीज रिशेड्यूल होने के बाद भारतीय लिमिटेड ओवर टीम को 29 जुलाई तक श्रीलंका में रहना होगा। ऐसा नहीं हो सकता कि आप बस इंग्लैंड पहुंचे और टेस्ट मैच खेलना शुरू कर दें। आपको कुछ समय तैयारी के लिए चाहिए होगा, पडीक्कल और शॉ को रेड बॉल क्रिकेट खेले हुए काफी समय हो गया है।’
शुभमन गिल के टेस्ट सीरीज से बाहर होने के बाद मयंक अग्रवाल और केएल राहुल के रूप में टीम इंडिया के पास दो और सलामी बल्लेबाजों के ऑप्शन हैं, लेकिन इंग्लैंड के लंबे दौरे को देखते हुए टीम मैनेजमेंट चाहेगा कि शॉ और पडीक्कल भी टेस्ट टीम से जुड़ जाएं। ऐसा माना जा रहा है कि रोहित शर्मा के साथ मयंक पारी का आगाज करेंगे। दीपदास गुप्ता ने कहा, ‘अगर अब भी श्रीलंका के खिलाफ सीरीज के बाद शॉ और पडीक्कल इंग्लैंड के लिए रवाना होते हैं, तो मुश्किल ही होगा कि वह चौथे टेस्ट से पहले खेलने के लिए उपलब्ध होंगे।’