न्यूजीलैंड के खिलाफ कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में खेले जा रहे पहले टेस्ट के चौथे दिन टीम इंडिया श्रेयस अय्यर और विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा की जोरदार बल्लेबाजी के दम पर मजबूत स्थिति में पहुंच चुकी है। दोनों बल्लेबाजों की मुश्किल परिस्थितियों में खेली गई शानदार पारियों के दम पर भारत ने दूसरी पारी सात विकेट के नुकसान पर 234 रन बनाकर घोषित की और न्यूजीलैंड के सामने जीत के लिए 284 रन का टारगेट दिया। इसके बाद जब कीवी टीम बल्लेबाजी करने उतरी तो उसने विल यंग का विकेट तीसरे ओवर में ही गंवा दिया। उन्हें यहां अश्विन ने एलबीडब्ल्यू आउट किया। यंग के रूप में कीवी टीम को यह झटका मैच का टर्निंग प्वॉइंट भी साबित हो सकता है।
ऐसा हम इसलिए बोल रहे हैं, क्योंकि यंग ने पहली पारी में टीम की तरफ से 89 रनों की शानदार पारी खेली थी। तब यंग ने कानपुर टेस्ट के तीसरे दिन बल्लेबाजी की मुश्किल परिस्थितियों में करियर की सर्वश्रेष्ठ 89 रन की पारी खेली। खास बात यह है कि यह यंग की भारत में पहली पारी थी और उन्होंने यहां पहले ही प्रयास में भारतीय स्पिनरों के खिलाफ अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। रविवार को जब अश्विन ने उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट किया तो यंग साथी ओपनर टॉम लाथम से डीआरएस लेने के बारे में सलाह-मशविरा कर रहे थे। उन्होंने यहां काफी समय लिया और जब उन्होंने डीआरआस लेने का फैसला लिया, तब तक समय खत्म हो चुका था। बाद में रिप्ले में पता चला कि गेंद स्टम्प्स को मिस कर रही थी। यंग यहां अगर समय से डीआरएस ले लेते तो वह आउट होने से बच जाते।
टेस्ट अपने नाम करने के लिए कीवी टीम को लगाना होगा पूरा दम
284 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी कीवी टीम को यंग के रूप में पहला झटका मात्र 3 रनों के स्कोर पर ही लग गया है। टीम को यहां से अभी लंबी दूरी तय करनी है और यह मैच अपने नाम करने के लिए आखिरी दिन 280 रन बनाने हैं। वर्ल्ड क्लास भारतीय स्पिनरों के आगे ऐसा करना कीवी बल्लेबाजों के लिए बिल्कुल भी आसान नहीं रहने वाला है। वहीं दूसरी ओर इतना बड़ा लक्ष्य आज तक टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में भारतीय मैदान पर कोई भी टीम नहीं हासिल कर सकी है। रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के नाम है, जिसने 1987 में नई दिल्ली में 276 रन का लक्ष्य हासिल किया था।