कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश के बाद बीरभूम हिंसा मामले में जांच के लिए शनिवार को ही सीबीआई की टीम बागतुई गांव पहुंच गई थी। यहां मंगलवार को घरों में आग लगाकर 8 लोगों को जिंदा जला दिया गया था। इससे पहले यहां एक पंचायत स्तर के टीएमसी नेता की हत्या कर दी गई थी।
सीबीआई ने इस मामले में 21 लोगों को आरोपी बनाया है। सीबीआई के साथ सेंट्रल फरेंसिक साइंस लैबोरेटरी की टीम भी पहुंची थी। सूत्रों का कहना है कि जांच की सारी प्रक्रिया का वीडियो भी बनाया गया। सीबीआई की टीम सुबह री रामपुरहाट पुलिस स्टेशन पहुंच गई थी। केंद्रीय जांच एजेंसी ने एसआईटी के पास से केस की डायरी और अन्य जरूरी दस्तावेज लिए। बता दें कि शुक्रवार को ही कलकत्ता हाई कोर्ट ने कहा था कि इस मामले की जांच सीबीआई करेगी। कोर्ट ने कहा था कि राज्य सरकार की एसआईटी मामले की निष्पक्ष जांच नहीं कर पाएगी। हाई कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेकर इस मामले की सुनवाई की थी।
कोर्ट ने सीबीआई से 7 अप्रैल तक अपनी प्रोग्रेसिव रिपोर्ट सौंपने को कहा है। इसके बाद मामले की अगली सुनवाई होगी। बता दें कि संजू शेख नाम के शख्स का घार मंगलवार देर रात आग के हवाले कर दिया गया था। इसमें जलकर आठ लोगों की मौत हो गई। इससे पहले एक क्रूड बम के हमले में भादू शेख नाम के लोकल टीएमसी नेता की हत्या हो गई थी।
सूत्रों ने बताया कि टीम इस बात की भी जांच करेगी कि क्या जो 10 घर आग में जले हैं. सब में आग लगाई गई थी या फिर कुछ खुद ही आग की चपेट में आ गए। बहुत सारे लोग गांव छोड़कर पलायन कर गए हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी गांव का दौरा किया था और लोगों को सुरक्षा का आश्वासन दिया था। उन्होंने मृतकों के परिवारों को मदद राशि दी और एक नौकरी का भी वादा किया है।
सीबीआई टीम ने सब इंस्पेक्टर ध्रुव ज्योति दत्ता की शिकायत पर केस दर्ज किया है। इस घटना में मीहीलाल शेख, सेकलाल शेख, बानी शेख, नेकलाल शेख, मिनारुल शेख, सोना शेख, फतीक शेख और मोबिना बीबी का घर जला था।